नई दिल्ली: इंडियन प्रीमियर लीग में अगले सत्र में नया प्रायोजक होगा क्योंकि पेप्सीको ने बीसीसीआई के साथ करार खत्म करने की इच्छा जताई है। शीतल पेय निर्माता इस कंपनी ने आईपीएल से जुड़े विवादों के कारण पांच साल के करार को खत्म करने की इच्छा जताई है जिसकी मियाद 2017 तक की है। बीसीसीआई सूत्रों ने हालांकि दावा किया कि विदेशी हितों में गिरावट के कारण पेप्सी ने यह करार खत्म करने की इच्छा व्यक्त की है।
सूत्रों ने कहा कि बीसीसीआई अधिकार हासिल करने के इच्छुक पक्षों से संपर्क में है और इसे पेप्सी से ट्रांसफर कर दिया जाएगा। विवाद नहीं पेप्सी अपने कारणों से आईपीएल से हट रही है। बोर्ड के एक सीनियर सूत्र ने कहा, उन्होंने करार खत्म करने की इच्छा जताई है और इसके लिए उनके अपने कारण हैं, कोई विवाद वगैरह नहीं। वह अगले सत्र में मुख्य प्रायोजक नहीं होगी। उन्होंने कहा, हमारे पास बैंक गारंटी है जिसे हम जब्त कर सकते हैं लेकिन हम ऐसा नहीं कर रहे हैं। जो भी अधिकार हासिल करेगा , हम उसे वह गारंटी लेने में मदद करेंगे। उसे पेप्सी से ट्रांसफर किया जाएगा।
पेप्सी के साथ टाइटल करार बड़ा मसला नहीं: राजीव शुक्ला
पेप्सीको से इस संबंध में बात नहीं हो सकी है। इस बीच आईपीएल के चेयरमैन राजीव शुक्ला ने कहा कि यह कोई बड़ा मसला नहीं है और बोर्ड दूसरे प्रायोजकों से बातचीत कर रहा है। उन्होंने कहा, हम दूसरे प्रायोजकों से बात कर रहे हैं लिहाजा पेप्सी के साथ टाइटल करार बड़ा मसला नहीं है। उनके अपने मसले हैं और अगली बैठक में आपसी सहमति से हम यह मसला हल कर लेंगे।