पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने आईसीसी द्वारा आयोजित होने वाली टेस्ट चैंपियनशिप और एकदिवसीय लीग में शामिल होने के लिए एक शर्त रखी है कि अगर बीसीसीआई पाकिस्तान बोर्ड के साथ 2014 में हुई सहमति (MoU) पर राज़ी नहीं होती है, तो वह इस लीग में हिस्सा नहीं लेंगे।
आईसीसी चैंपियनशिप में हिस्सा न लेने पर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के चेयरमैन नजम सेठी ने कहा कि पीसीबी टेस्ट चैंपियनशिप और वनडे लीग में हिस्सा लेने पर तभी हस्ताक्षर करेगा, जब भारतीय क्रिकेट बोर्ड दोनों देशों के बीच हुए साल 2014 में द्विपक्षीय सिरीज़ के करार पर अपना मत रखेगा, वरना हम इस लीग में हिस्सा नहीं लेंगे। उन्होंने कहा कि 2 वर्षीय चैंपियनशिप लीग के लिए ज़रुरी सभी दस्तावेज़ बोर्ड 3 से 4 महीने में आईसीसी को दे देगा लेकिन उससे पहले हमारी शर्तों पर भी विचार करना होगा।
आपको बता दें कि भारतीय क्रिकेट बोर्ड और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के बीच 2014 में एक एमओयू के तहत 2015 से 2023 तक दोनों देशों के बीच 6 द्विपक्षीय सिरीज़ खेलने पर फैसला किया गया था। इसकी शुरुआत 2015 में पाकिस्तान में सिरीज के साथ होती लेकिन पाकिस्तान में आतंकवादी माहौल और दोनों देशों के बीच सरहद पर बढ़ते तनाव को देखते हुए बीसीसीआई ने इस करार पर कोई फैसला नहीं किया। पीसीबी की शर्तों पर आईसीसी का फैसला देखना भी दिलचस्प रहेगा और साथ ही बीसीसीआई इस मामले को लेकर अपना क्या मत रखती है, यह भी आने वाले दिनों में पता चल जायेगा।
गौरतलब है ऑकलैंड में हुई आईसीसी की बैठक में 2019 विश्व कप के बाद टेस्ट चैंपियनशिप और एकदिवसीय लीग कराने का फैसला किया गया था। इसके अलावा उसी बैठक में 4 दिनों के टेस्ट को भी प्रयोग के तौर पर मंजूरी दी गई थी।