लाहौर: जिम्बाब्वे टीम के पाकिस्तान दौरे को लेकर ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं कि इस दौरे के लिए जिम्बाब्वे के प्रत्येक खिलाड़ी को पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड पीसीबी ने 12,500 डॉलर दिए हैं। दरअसल, जिम्बाब्वे सरकार ने वहां की क्रिकेट टीम को पाकिस्तान नहीं जाने की सलाह दी थी। इसके बादजूद टीम के पाकिस्तान जाने के फैसले ने कई अटकलों को जन्म दिया।
हालांकि पीसीबी प्रमुख शाहरयार खान ने जिम्बाब्वे के पाकिस्तान दौरे के लिए अफ्रीकी टीम को रिश्वत देने की अटकलों को खारिज किया है। खान ने हालांकि साथ ही माना है कि इस दौरे की दोनों बोर्डों के बीच एक प्रकार का समझौता जरूर हुआ।
श्रीलंका क्रिकेट टीम पर वर्ष-2009 में हुए लाहौर में हुए आतंकवादी हमले के बाद से दूसरी अंतरराष्ट्रीय टीमें पाकिस्तान दोरे से परहेज करती रही हैं। उस घटना के करीब छह साल बाद हाल में जिम्बाब्वे पाकिस्तान का दौरा करने वाली पहली अंतरराष्ट्रीय टीम बनी।
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार शाहरयार खान ने कहा, 'जिम्बाब्वे का दौरा एक अपवाद की तरह है। यह एक समय के लिए लागू किया जाने वाला समझौता था। इसका यह मतलब बिल्कुल नहीं निकाला जाना चाहिए हम पाकिस्तान आने वाली हर टीम को पैसे देंगे।'
पीसीबी प्रमुख खान ने दौरे के लिए जिम्बाब्वे को धन्यवाद देते हुए कहा कि अब पाकिस्तानी टीम अगस्त में जिम्बाब्वे जाएगी। खान के मुताबिक, इस श्रृंखला से मिल रहे साकारात्मक संकेतों की ओर गौर करने की ज्यादा जरूरत है।
पीसीबी प्रमुख ने कहा कि इस दौरे ने निश्चित तौर पर पाकिस्तान आने के संबंध में दूसरी अंतरराष्ट्रीय टीमों का आत्मविश्वास बढ़ाया है। खान के मुताबिक जिम्बाब्वे के सफल दौरे से भविष्य में यहां पाकिस्तान सुपर लीग के आयोजन में मदद मिलेगी।