नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट को कई अंतरराष्ट्रीय और प्रथम श्रेणी क्रिकेटर देने वाले मशहूर कोच तारक सिन्हा के निधन पर क्रिकेट जगत ने शोक व्यक्त किया, जिसमें उनके सबसे प्रतिभाशाली शिष्यों में एक ऋषभ पंत भी शामिल है। वह 71 वर्ष के थे और लंबी बीमारी के बाद यहां शनिवार की सुबह उनका निधन हो गया। यूएई में आईसीसी टी20 विश्व कप में भारतीय टीम के लिए खेल रहे पंत ने उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि जब भी वह मैदान पर कदम रखेंगे तो वह उनके दिल में रहेंगे।
पंत ने ट्वीट किया, ‘‘मेरे गुरु, कोच, प्रेरक, मेरे सबसे बड़े आलोचक और सबसे बड़े प्रशंसक। आपने अपने बेटे की तरह मेरा ख्याल रखा, मैं स्तब्ध हूं। जब भी मैं मैदान पर उतरूंगा तो आप हमेशा मेरे साथ रहेंगे। मेरी गहरी संवेदना और प्रार्थना। तारक सर, आपकी आत्मा को शांति मिले।’’
भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने कहा कि वह उनके निधन से बहुत दुखी हैं। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘उस्ताद जी तारक सिन्हा के निधन पर बहुत दुख महसूस हो रहा है। वह उन दुर्लभ कोच में से एक थे जिन्होंने भारत को एक दर्जन से अधिक टेस्ट क्रिकेटर दिए। शिष्यों को उनके द्वारा दी गयी सीख ने भारतीय क्रिकेट की बहुत मदद की। उनके परिवार और शिष्यों प्रति मेरी संवेदना है।’’
भारत के पूर्व टेस्ट क्रिकेटर आकाश चोपड़ा भी उनके शिष्य थे । उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘ ‘उस्ताद जी’ नहीं रहे। द्रोणाचार्य पुरस्कार विजेता। एक दर्जन से अधिक भारतीय टेस्ट क्रिकेटरों के साथ प्रथम श्रेणी के कई क्रिकेटरों को कोच रहे। उन्होंने बिना किसी संस्थागत मदद के पुरुष और महिला खिलाड़ियों को कोचिंग दी। भारतीय क्रिकेट के लिए आपकी सेवा को याद किया जाएगा सर। आपकी आत्मा को शांति मिले।’’
उनके एक और शिष्य और पूर्व क्रिकेटर अतुल वासन ने लिखा, ‘‘ मेरे और सोनेट क्लब से जुड़े सभी के लिए दुखद दिन क्योंकि आज हमने अपने उस्ताद जी को खो दिया। उन्होंने दशकों तक कड़ी मेहनत की और कई खिलाड़ियों के करियर को संवारा। वह हमेशा चमक दमक से दूर रहे। क्रिकेट जगत ने एक रत्न खो दिया है। ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें।
भारतीय महिला टीम की पूर्व कप्तान अंजुम चोपड़ा ने कहा, ‘‘ एक कोच, तारक सिन्हा, सॉनेट क्रिकेट क्लब ने कई अंतरराष्ट्रीय और घरेलू खिलाड़ियों (पुरुषों और महिलाओं) को अपनी पहचान बनाते देखा है। मार्गदर्शक, कोच सब कुछ। आपकी आत्मा को शांति मिले।’’