पल्लेकेले: सिरिवर्दना (58) और कापूगेदेरा (40) के बीच छठे विकेट के लिए 91 रन की पार्टनरशिप की मदद से श्रीलंका ने भारत के ख़िलाफ़ दूसरे वनडे में निर्धारित 50 ओवर में 8 विकेट खोकर 236 रन बनाए। एक समय श्रीलंका के पांच विकेट 121 रन पर गिर गए थे लेकिन सिरिवर्दना और कापूगेदेरा ने शानदार बैटिंग कर स्कोर को सम्मानजनक स्थिति में पहुंचाया। भारत के लिए बूमरा ने 43 रन देकर 4 विकेट लिए। चहल ने दो विकेट लिए।
मेजबानों के लिए एक समय यह स्कोर भी मुश्किल लग रहा था, लेकिन मिलिंदा श्रीवर्दने (58) और चमारा कपुगेदरा के बीच हुई अर्धशतकीय साझेदारी की बदौलत मेजबान टीम 236 रनों का सम्मानजनक स्कोर खड़ा करने में सफल रही।
इसके पहले भारतीय कप्तान विराट कोहली ने टॉस जीतकर श्रीलंका को बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किया। भारतीय गेंदबाजों ने अपने कप्तान के फैसले को सही साबित किया और मेजबान टीम के बल्लेबाजों को खुलकर खेलने का कोई भी मौका नहीं दिया।
निरोशन डिकवेला (31) और दानुष्का गुणाथिलका ने टीम को सधी हुई शुरुआत देने की कोशिश की और पहले विकेट के लिए 41 रन जोड़े। जसप्रीत बुमराह ने डिकवेला को शिखर धवन के हाथों कैच करवा भारत को पहली सफलता दिलाई।
यहां से श्रीलंकाई टीम नियमित अंतराल पर विकेट खोने लगी। अगला विकेट गुणाथिलका का गिरा। लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल की गेंद पर महेंद्र सिंह धौनी ने स्टंपिंग कर गुणाथिलका को पवेलियन की राह दिखाई। वह 70 के कुल स्कोर पर आउट हुए।
कप्तान उपुल थरंगा सिर्फ 9 रन ही बना सके और हार्दिक पांड्या की गेंद पर कोहली के हाथों स्लिप पर लपके गए। कुशल मेंडिस (19) चहल का दूसरा शिकार बन पवेलियन लौटे। मेजबान टीम को पूर्व कप्तान एंजेलो मैथ्यूज से काफी उम्मीदें थीं, लेकिन वह सिर्फ 20 रन ही बना सके। वह अक्षर पटेल की गेंद पर पगबाधा करार दिए गए।
श्रीलंकाई टीम ने 121 के स्कोर पर ही अपने पांच विकेट खो दिए थे और पूरी टीम के निर्धारित 50 ओवरों से पहले ही पवेलियन लौटने की उम्मीद नजर आ रही थी। लेकिन श्रीवर्दने और कपुगेदरा ने ऐसा नहीं होने दिया। इन दोनों ने टीम को संभाला, हालांकि यह जोड़ी टीम को बड़ा स्कोर नहीं प्रदान कर सकी।
छठे विकेट के लिए इस जोड़ी ने 91 रन जोड़े, लेकिन विकेट पर जमने के बाद भी यह जोड़ी भारतीय गेंदबाजों की सटीक लाइन-लेंग्थ के सामने खुलकर नहीं खेल पाई।
श्रीवर्दने ने 58 रनों की पारी खेली जिसमें दो चौके और एक छक्का शामिल है। अंत के ओवरों में मेजबान खेमे को इन दोनों से तेजी से रन जोड़ने की उम्मीद थी। इसी कोशिश में मिलिंदा 45वें ओवर की आखिरी गेंद पर रोहित शर्मा को कैच देकर पवेलियन लौटे। कपुगेदरा की पारी का अंत बुमराह ने बेहतरीन यार्कर गेंद के साथ किया। अकिला धनंजय एक चौके की मदद से नौ रन बनाकर बुमराह का शिकार बने। दुशमंथा चामीरा और विश्वा फर्नाडो क्रमश: छह और तीन रनों के निजी स्कोर पर नाबाद लौटे।
भारत के लिए बुमराह ने सबसे ज्यादा चार विकेट लिए। चहल को दो सफलताएं मिलीं जबकि पांड्या और पटेल को एक-एक विकेट मिला।
पांच मैचों की सीरीज में भारत 1-0 की बढ़त ले चुका है।