नयी दिल्ली: टीम इंडिया के ख़िलाफ़ वनडे सिरीज़ के दूसरे मैच में गुरुवार को श्रीलंका के स्पिन जादूगर अकिला धनंजय अपनी नयी नवेली दुल्हन को वो तोहफ़ा देने से चूक गए जो शायद उनके जीवन की बेशक़ीमती धरोहर हो जाती....''भारत पर हैरतअंगेज़ जीत।'' इस मैच में 231 के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत बिना नुकसान के 109 बना चुका था और पहले वनडे की तरह ये मैच भी बोरिंग, उबाऊ लग रहा था लेकिन तभी धनंजय नाम की सूनामी आई जिसके सैलाब में भारत का मज़बूत क़िला रेत की मानिंद बिखर गया। बादलों से घिरे स्टेडियम के स्कोर बोर्ड पर लिखा था- इंडिया-131/7।
अब मैच भारतीय नज़रिये से उबाऊ हो गया था क्योंकि क्रीज़ पर धोनी के साथ भुवनेश्वर कुमार थे जिनसे ज़ाहिर है, बहुत देर टिकने की किसी को उम्मीद नहीं थी लेकिन भुवी ने कमाल की बैटिंग करते हुए पूर्व कैप्टन कूल का साथ दिया और टीम इंडिया को वो जीत दिला दी जिसकी उम्मीद शायद ख़ुद उनको भी नही होगी। लेकिन हार के बावजूद मैच के हीरो रहे धनंजय जिन्हें मैन ऑफ़ द मैच भी घोषित किया गया।
दिलचस्प बात ये है कि 23 साल के धनंजय ने एक दिन पहले ही यानी बुधवार को ही शादी की थी और अगले दिन मैच खेलने पहुंच गए। धनंजय ने इस मैच में 54 रन देकर 6 विकेट लिए। धनंजय के पिता कारपेंटर हैं और वह ग़रीब परिवार से आते हैं।
धनंजय के तरकश में हैं सात तीर
कहा जाता है कि ऑफ़ स्पिनर धनंजय के तरकश में सात तीर है यानी वह सात तरह की बॉल कर सकते हैं जैस लेग ब्रेक, गुगली, कैरम बॉल, दूसरा और स्टॉक ऑफ़ स्पिन। नेट्स पर धनंजय की बॉलिंग को देखकर पूर्व कप्तान महेला जयवर्दने इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने सिलेक्शन कमिटी से उन्हें जल्द से जल्द राष्ट्रीय टीम में शामिल करने का आग्रह किया हालंकि तब धनंजय ने कोई फर्स्ट क्लास मैच तक नहीं खेला था। उनके चयन को लेकर मीडिया ने खूब आलोचना भी की थी।
पहले अंतरराष्ट्रीय मैच में मुंह पर लगी बॉल
धनंजय ने 2012 विश्व कप टी20 के एक पूल मैच में न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ पहला अंतरराष्ट्रीय मैच खेला। इस मैच में न्यूज़ीलैंड के ओपनर रॉब निकोल का एक दमदार शॉट सीधे उनके चेहरे पर लगा जिससे उनके बाएं गाल की हड्डी टूट गईं। इसके बाद वह वेस्ट इंडीज़ के ख़िलाफ़ पूल मैच नहीं खेल सके।
पांच साल के बाद 2017 में ज़िम्बाब्वे दौरे के लिए धनंजय का चयन किया गया। सिरीज़ के पहले मैच में उन्होंने क्रैग इर्विन का विकेट लिया।
गुरुवार के मैच में धनंजय ने जाधव, कोहली, राहुल, हार्दिक पंड्या और अक्षर पटेल को अपना शिकार बनाया।