पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेला गया पहला टेस्ट मैच बराबरी पर खत्म हुआ। बेहद रोमांचक मैच में आखिरी ओवर की आखिरी दो गेंदों तक फैसले की उम्मीद नजर आ रही थी लेकिन ऑस्ट्रेलिया के कप्तान टिम पेन ने नाथन लायन के साथ मिलकर मैच को ड्रॉ करा दिया। एक समय मैच पाकिस्तान की पकड़ में जाता दिख रहा था और लग रहा था कि ऑस्ट्रेलिया मुकाबले को हार जाएगा। लेकिन पाकिस्तान मूल के उस्मान ख्वाजा ने पहले एरन फिंच, फिर ट्रेविस हेड और इसके बाद कप्तान पेन के साथ बेहतरीन साझेदारियां कीं और मैच को बराबरी पर खत्म करने में अहम भूमिका निभाई।
आपको बता दें कि पाकिस्तान की टीम ने पहली पारी में 482 रन बनाए थे। जिसके जवाब में ऑस्ट्रेलिया पहली पारी में महज 202 रनों पर सिमट गया था। पहली पारी के आधार पर पाकिस्तान ने ऑस्ट्रेलिया पर 280 रनों की बड़ी बढ़त हासिल कर ली थी। ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाजों ने दूसरी पारी में पहली पारी के मुकाबले अच्छी गेंदबाजी की और बल्लेबाजों को तेजी से रन नहीं बनाने दिए। पाकिस्तान ने दूसरी पारी 6 विकेट के नुकसान पर 181 रनों पर घोषित कर ऑस्ट्रेलिया को 462 का लक्ष्य दिया।
दूसरी पारी में बल्लेबाजी करने उतरी ऑस्ट्रेलिया को एरन फिंच और ख्वाजा ने एक बार फिर बेहतरीन शुरुआत दिलाई और दोनों ने पहले विकेट के लिए 87 रन जोड़े। पहले विकेट के रूप में फिंच (49) पर आउट हो गए। पहला विकेट गिरने के बाद ऑस्ट्रेलिया को 87 रन के ही स्कोर पर दो और झटके लगे। इस दौरान पहले शॉन मार्श (0) और फिर मिचेल मार्श (0) के विकेट खोने के कारण ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 80 पर 0 से 87 पर 3 विकेट हो गया।
लेकिन ख्वाजा ने एक छोर संभाले रखा और उन्हें हेड का अच्छा साथ मिला। दोनों ने चौथे दिन पाकिस्तान को कोई और सफलता हाथ नहीं लगने दी। इस बीच दोनों ने अपने-अपने अर्धशतक भी पूरे किए।
मैच के पांचवें दिन भी दोनों बल्लेबाजों ने रन बनाना जारी रखा और गजब की बल्लेबाजी की। पहले दिन लंच के ठीक बाद हेड (72) रन बनाकर आउट हो गए। हेड के आउट होने के कुछ देर के बाद ही मार्नस लैबसचागने (13) रन पर पवेलियन लौट गए और एक बार फिर मैच का पासा पाकिस्तान की तरफ झुक गया।
हालांकि ख्वाजा को पेन का अच्छा साथ मिला और दोनों ने पाकिस्तान के गेंदबाजों को विकेटों के लिए तरसाए रखा। इस बीच ख्वाजा ने अपना शतक और पेन ने अपना अर्धशतक पूरा कर लिया। जब लगने लगा कि ख्वाजा अपने 150 रन भी पूरे कर लेंगे तभी वो (141) रन बनाकर छठे विकेट के रूप में आउट हो गए।
ख्वाजा के आउट होते ही ऑस्ट्रेलिया के दो विकेट जल्दी-जल्दी गिरे और मैच बेहद रोमांचक हो गया। लगने लगा था कि अब मैच पाकिस्तान निकाल ले जाएगा। लेकिन पेन को लायन का अच्छा साथ मिला और दोनों ने मैच को ड्रॉ करा लिया।