पूर्व पाक क्रिकेटर राशिद लतीफ का मानना है कि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने 2019 विश्व कप के बाद सरफराज अहमद और मिकी आर्थर को राष्ट्रीय टीम का कप्तान और कोच पद से हटाकर बड़ी गलती की है।
लतीफ ने यूट्यूब पर कहा, "मिकी आर्थर को क्यों हटाया गया...उनकी बर्खास्तगी का कारण क्या था? टीम ने उनके नेतृत्व में अच्छा प्रदर्शन किया था और टीम अच्छी तरह से प्रगति कर रही थी। आप रिकॉर्ड देख सकते हैं लेकिन उन्हें राजनीति के कारण हटा दिया गया था।" उन्होंने कहा कि सरफराज भी बाहर होने के लायक नहीं थे।
पीसीबी ने नेट रन रेट के कारण पाकिस्तान टीम विश्व कप के सेमीफाइनल में पहुंचने में विफल रहने के एक महीने बाद आर्थर को बर्खास्त कर दिया था, जबकि सरफराज को 2019 में कमजोर श्रीलंकाई टीम के हाथों करारी हार के बाद तीनों प्रारूपों के कप्तानी पद से हटा दिया गया था।
सरफराज और आर्थर ने 2017 में पाकिस्तान को चैंपियंस ट्रॉफी खिताब दिलाने में अहम भूमिका अदा की थी। लतीफ ने कहा, "मैं मिस्बाह-उल हक को दोष नहीं देता, शायद वह मुख्य कोच नहीं बनना चाहते थे। वह युवा था और कोच के रूप में अनुभवहीन था तो उसे क्यों नियुक्त किया गया? जो हुआ उसके लिए पीसीबी को दोषी ठहराया जाना चाहिए।"
उन्होंने कहा, "आज हम वनडे में इंग्लैंड की दूसरे दर्जे की टीम से बुरी तरह हार गए हैं जिसका मतलब है कि हमारा क्रिकेट इंग्लैंड की बेंच स्ट्रेंथ को भी हराने के लिए काबिल नहीं है।" लतीफ ने उम्मीद जताई कि पाकिस्तान इंग्लैंड के खिलाफ शुक्रवार से शुरू हो रही T20 सीरीज में वापसी कर सकता है।