नयी दिल्ली: पाकिस्तान के मोहम्मद आमिर इस समय दुनियां के बेहतरीन फ़ास्ट बॉलर्स में गिने जाते हैं. उन्होंने मैच फिक्सिंग के आरोप में सज़ा पूरी करने के बाद क्रिकेट जगत में वापसी की है. 26 साल के आमिर ने 30 टेस्ट मैचों में 2.91 की इकोनॉमी से 95 विकेट लिए हैं. 7/64 उनका मैच में अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है. आमिर वनडे और टी-20 में भी बहुत प्रभावशाली हैं. गत चैंपियंस ट्रॉफ़ी फ़ाइनल में उनकी बॉलिंग की वजह से ही पाकिस्तान ने भारत को हराया था. फ़िलहाल वह मलाहाइड में आयरलैंड के ख़िलाफ़ टेस्ट मैच खेल रहे हैं जहां से एक बुरी ख़बरर आई है.
मोहम्मद आमिर को तीसरे दिन खेल के बीच मैदान चोड़कर जाना पड़ा था. बताया जाता है कि उनके घुटने की पुरानी तकलीफ फिर उभर आई. पाकिस्तान के लिए ये चिंता की बात है क्योंकि उसे इस टेस्ट के बाद इंग्लैंड के ख़िलाफ़ दो टेस्ट खेलने हैं. आमिर पहले तीन ओवर करने के बाद फ़ील्ड के बाहर चले गए. जाते समय वह लंगड़ा रहे थे. लेकिन वह जल्द ही वापस आ गए और फिर बॉलिंग करने लगे. लेकिन दो बॉल के बाद ही वह कप्तान सरफ़राज़ अहमद से बात करने लगे और फिर मैदान छोड़कर चले गए. हालंकि चौथे दिन वह मैदान में आए और उन्होंने बॉलिंग भी की.
पाकिस्तान के बॉलिंग कोच अज़हर मेहमूद ने कहा, "आमिर को घुटने की पुरानी शिकायत है जो बढ़ गई थी." मेहमूद के अनुसार मोहम्मद ने इसके पहले भी रोटेशन पॉलिसी की मांग की थी ताकि उन्हें लगातार टेस्ट मैच नहीं खेलने पड़े. आमिर ने जनवरी 2016 में वापसी के बाद बाकी पाकिस्तानी फ़ास्ट बॉलर्स की तुलना में सबसे ज़्यादा बॉलिंग की है. पाकिस्तान हालंकि छह महीने के बाद टेस्ट खेल रही है लेकिन इस दौरान आमिर ने ख़ूब क्रिकेट खेला है. इसके पहले दुबई में भी श्रीलंका के ख़िलाफ़ चोट की वजह से उन्हें मैदान के बाहर जाना पड़ा था.
अज़हर ने कहा कि आमिर के टेस्ट क्रिकेट में बनाए रखना पाकिस्तान की प्राथमिकता है. "हम चाहते हैं कि वो टेस्ट क्रिकेट खेलें क्योंकि वह हमारे नंबर एक फ़ास्ट बॉलर हैं. मैंने कई फ़ास्ट बॉलर्स देखें हैं जिनका शरीर जवाब दे जाता है तभी वे एक या दो प्रारुपों में ही खेलते हैं. लेकिन आमिर को लेकर हम चिंतित हैं. भविष्य में हम ुनका बॉलिंग का बोझ कम करने की कोशिश करेंगे."