लंदन। विश्व कप में पाकिस्तान के खराब प्रदर्शन के बाद समीक्षा और चीजों को नये तरीके से करने की बात की जाती है लेकिन दिग्गज क्रिकेटर वसीम अकरम का मानना है कि टीम को घबराने की जरूरत नहीं है।
पाकिस्तान ने टूर्नामेंट में वापसी करते हुए लगातार चार मैचों में जीत दर्ज की लेकिन सेमीफाइनल में पहुंचने में नाकाम रहा। टीम के नाम 11 अंक है जो न्यूजीलैंड के बराबर है। खराब नेट रन रेट के कारण टीम अंतिम चार में जगह नहीं बना पायी।
विश्व कप से बाहर होने के बाद देश के क्रिकेट ढांचे में बदलाव की बात की जा रही लेकिन 1992 विश्व विजेता टीम के सदस्य रहे वसीम अकरम ने कहा कि जल्दबाजी में कुछ भी करने की जरूरत नही।
दुनिया के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजों में शुमार इस पूर्व कप्तान ने एएफपी से कहा, ‘‘विश्व कप में पाकिस्तान की टीम देर से लय में आयी और जब वे लय में आ गये तो उसने लगातार चार मैच जीते।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह खराब प्रदर्शन नहीं है और मुझे नहीं लगता कि जल्दबाजी में कुछ करने की जरूरत है।’’ अकरम ने कहा, ‘‘ जल्दबाजी में कोई हल नहीं निकलेगा और देश में क्रिकेट का संचालन कर रहे लोगों को समय चाहिए। उन्हें इंग्लैंड का उदाहरण को देखना चाहिए कि उन्होंने अपने एकदिवसीय क्रिकेट के स्तर को कैसे सुधारा। मैं इस में सहयोग के लिए तैयार हूं।’’
इंग्लैंड की टीम 2015 विश्व कप के पहले दौर से बाहर हो गयी थी जिसके बाद कुछ ऐसे बदलाव किये गये जिससे टीम ने इस विश्व कप में अपने अभियान का आगाज शीर्ष रैंकिंग पर रहते हुए किया।
विश्व कप के एक अन्य विजेता रमीज राजा का मानना है कि पाकिस्तान के पास ‘जादुई’ क्रिकेटर पैदा करने की क्षमता है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान का बाहर होना टूर्नामेंट के लिए नुकसान दायक है।
उन्होंने कहा कि टीम के इस प्रदर्शन से चीजों को आकलन करने का मौका होगा और कुछ कड़े कदम उठाये जाने की जरूरत है। उन्होंने कहा, ‘‘ मुझे लगता है हर हार आपको आकलन करने का मौका देती है। पाकिस्तान को अगर विश्व क्रिकेट में बड़ी शक्ति बनना है तो उसे चार-पांच चीजें करनी होगी।’’