तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने मौजूदा पेस अटैक को भारत के टेस्ट क्रिकेट इतिहास का सर्वश्रेष्ठ करार दिया है। मोहम्मद शमी, ईशांत शर्मा, जसप्रीत बुमराह और उमेश यादव की चौकड़ी ने पिछले दो वर्षों में शानदार प्रदर्शन किया है।
शमी ने भारत के पूर्व विकेटकीपर दीप दासगुप्ता से बातचीत में कहा, "ये बात दुनिया जानती है कि भारत ने एक बार में कभी भी पांच वास्तविक तेज गेंदबाजों को पैदा नहीं किया। भारतीय क्रिकेट के इतिहास में कभी ऐसा नहीं हुआ। हमारे पास रिजर्व में ऐसे गेंदबाज हैं जो 145 किलोमीटर की रफ्तार से गेंदबाजी कर सकते हैं।"
शमी ने कहा, "यह सबसे अच्छा पेस अटैक है क्योंकि किसी को भी कोई ईर्ष्या नहीं है और हर कोई एक दूसरे की सफलता का आनंद लेता है। यह एक परिवार की तरह लगता है।" इसके बाद शमी ने टेस्ट लाइन अप में सबसे सीनियर खिलाड़ी इशांत शर्मा का उदाहरण दिया।
उन्होंने कहा, "ईशांत शर्मा को देखो। वह 100 टेस्ट खेलने की कगार पर है। यह कोई उपलब्धि नहीं है लेकिन अगर आप उससे बात करेंगे तो आपको पता चल जाएगा कि वह किस तरह का इंसान है। वह बहुत ही जमीन से जुड़ा है।"
गौरतलब है कि मोहम्मद शमी मौजूदा समय में भारतीय टीम के सभी प्रारूपों का अहम हिस्सा हैं। साल 2018 में फिटनेस और फॉर्म के साथ-साथ निजी जीवन में संघर्ष का सामना करने के बाद शमी ने शानदार वापसी की और खुद को टीम के प्रमुख तेज गेंदबाज के तौर पर स्थापित किया। घरेलू मैदान हीं नहीं बल्कि विदेशी धरती पर भी शमी अपनी गेंदबाजी की धार से खुद को साबित कर चुके हैं।
पिछले कुछ सालों में मोहम्मद शमी, ईशांत शर्मा, जसप्रीत बुमराह और उमेश यादव ने मिलकर जिस तरह का प्रदर्शन किया है, उसके हिसाब से इन चारों गेंदबाजों को टेस्ट क्रिकेट का सबसे घातक गेंदबाजी दस्ता माना जा रहा है। कई दिग्गज खिलाड़ी भारतीय पेस अटैक की तुलना कई बार वेस्टइंडीज के शानदार गेंदबाजी दस्ते से कर चुके हैं।