भारतीय क्रिकेट टीम की गिनती दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टीमों में होती है और ICC के कई बड़े खिताब इस टीम के नाम दर्ज है। ICC खिताब के इतर भारतीय टीम 7 बार एशिया कप अपने नाम कर चुकी है। एशिया कप हमेशा से ही भारत और पाकिस्तान क्रिकेट टीम के बीच मैचों की वजह से क्रिकेट के लोकप्रिय टूर्नामेंट में से एक रहा है। इस बीच बांग्लादेश जैसी टीमों के लगातार सुधार करने के चलते एशिया का ये सबसे बड़ा क्रिकेट टूर्नामेंट और भी ज्यादा रोमांचक हो गया है। यही वजह है कि जब 2018 में आज ही के दिन एशिया कप का फाइनल मुकाबला खेला गया तब भारत को बांग्लादेश के खिलाफ जीत दर्ज करने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। ये मुकाबला भारत महज 3 विकेट से जीतने में सफल रहा और इस जीत के हीरो रहे केदार जाधव जिन्होंने चोटिल होने के बावजूद टीम को जीत की दहलीज तक पहुंचाया।
28 सिंतबर 2018 को दुबई में खेले गए एशिया कप के फाइनल मुकाबले में बांग्लादेश ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 48.3 ओवर में 222 रन बनाए। लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम ने 36 ओवर तक 160 रन के भीतर 5 विकेट गवां दिए थे। इसके बाद नंबर-7 पर केदार जाधव बल्लेबाजी करने आए लेकिन अगले ही ओवर में चोट के कारण उन्हें रिटायर होकर पवेलियन लौट गए। यहां से टीम इंडिया की जीत मुश्किल नजर आने लगी क्योंकि भारत की रन गति काफी धीमी हो चुकी थी।
इस बीच रवींद्र जडेजा के 48वें ओवर की दूसरी गेंद पर आउट होने के बाद अगले ओवर में भुवनेश्वर कुमार भी चलते बने। इस तरह भारत दवाब में आ गया और अब भारत की पूरी उम्मीदें जाधव पर टिकी थीं। भारत को अब जीत के लिए 11 गेंदों पर 9 रन की दरकार थी। जाधव मैदान पर आए और स्थिति को भांपते हुए संभलकर बल्लेबाजी करने लगे। इस तरह उन्होंने आखिरी ओवर की आखिरी गेंद पर रन लेने के साथ ही भारत को एशियन चैंपियन बना दिया। इस मुकाबले में जाधव ने 27 गेंदों पर 23 रनों की पारी खेली। इस तरह भारत 7वीं बार एशिया कप जीतने में कामयाब रहा।