भारतीय क्रिकेट टीम अबतक कुल तीन बार (1983, 2007 टी-20 और 2011) आईसीसी विश्व कप का खिताब अपने नाम कर चुकी है। हालांकि आईसीसी के बड़े टूर्नामेंट में टीम इंडिया का डेब्यू कुछ खास नहीं रहा। साल 1975 में जब पहली बार विश्व कप का आयोजन किया गया था जो भारतीय टीम की शुरुआत हार से हुई थी। हलांकि इससे पहले भारत को वनडे फॉर्मेट में खेलने का सिर्फ दो मैचों का अनुभव था और दोनों में उसे हार मिली थी।
पहले विश्व कप में भारतीय टीम श्रीनिवासराघवन वेंकेटराघवन की कप्तानी में मैदान पर उतरी थी। इस टूर्नामेंट में इंग्लैंड को खिताब का प्रबल दावेदार माना जा रहा था। वहीं विश्व कप में भारतीय की पहली टक्कर भी इंग्लैंड के साथ ही हुई और टीम को 202 रनों से करारी हार का सामना करना पड़ा।
हालांकि दूसरे ही मैच में भारतीय टीम ने सबको चौंकाते हुए दमदार वापसी की और ईस्ट अफ्रीका हरा दिया। यह दिन था 11 जून 1975 का, आज से ठीक 45 साल पहले आज ही के दिन भारत ने वनडे क्रिकेट में अपनी पहली जीत दर्ज करने का कारनामा किया।
आपको बता दें कि वनडे फॉर्मेट में शुरुआती मुकाबले 60-60 ओवर के खेले जाते थे और टीम के सभी गेंदबाजों को 12-12 ओवर करने का कोटा मिलता था।
विश्व कप के इस मुकाबले में ईस्ट अफ्रीकी टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया था। भारत के लिए तेज गेंदबाज मदन लाल और सैयद आबिद अली ने टीम को शानदार शुरुआत दी दोनों ने मिलकर पांच विकेट लिए।
वहीं उस दौरान टीम के स्टार स्पिन गेंदबाज बिशन सिंह बेदी ने बाकी का काम कर दिया और अफ्रीका के बल्लेबाजों को रन बनाने के लिए तरसा दिया। बेदी ने अपने 12 ओवर में सिर्फ 6 रन खर्च किए और एक विकेट भी हासिल की। इस दौरान उन्होंने 8 ओवर मेडन फेंके थे।
इस तरह अफ्रीका की पूरी टीम महज 120 के स्कोर पर ऑल आउट हो गई।
इस लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम के लिए सुनील गावस्कर और फारुख इंजिनियर ने महज 29.5 ओवर में भारत को जीत की दहलीज पर पहुंचा दिया। दोनों ही बल्लेबाज अंत तक बल्लेबाजी करते रहे और टीम ने यह मैच 10 विकेट से अपने नाम किया। भारत के लिए सुनील गावस्कर ने 65 रन बनाए जबकि फारुख ने 54 रनों की पारी खेली।
वहीं भारत को अपने तीसरे मैच में न्यूजीलैंड के खिलाफ 4 विकेट से हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद भी टूर्नामेंट में भारतीय टीम कुछ खास कमाल नहीं कर पाई और खिताबी रेस से बाहर हो गई।
वहीं विश्व कप का फाइनल मैच इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच खेला गया था। वेस्टइंडीज की टीम ने फाइनल में इंग्लैंड को 17 रनों से मात देकर आईसीसी विश्व कप के इस पहले खिताब को अपने नाम किया था।