7 फरवरी 1991, आज ही के दिन भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व दिग्गज अनिल कुंबले ने टेस्ट क्रिकेट के एक पारी में 10 विकेट लेने वाले भारत के एकमात्र और दुनिया के दूसरे गेंदबाज बने थे। पाकिस्तान के खिलाफ दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान पर कुंबले ने एक पारी में सभी 10 विकेट अपनी झोली में डाले थे।
पाकिस्तान की टीम इस साल दो टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए भारत दौरे पर आई थी। दिल्ली टेस्ट में भारत ने पाकिस्तान को आखिरी पारी में 420 रनों का लक्ष्य दिया था। लक्ष्य का पीछा करने उतरी पाकिस्तानी टीम के लिए सईद अनवर और शाहिद अफरीदी बेहतरीन शुरुआत की थी।
यह भी पढ़ें- सड़क हादसे में वेस्टइंडीज के पूर्व तेज गेंदबाज एज्रा मोसेल की हुई मौत
इन दोनों ही खिलाड़ियों के बीच पहले विकेट के लिए 101 रनों की साझेदारी हुई थी। ऐसे में भारतीय टीम की मुश्किलें बढ़ने लगी थी। इसके बाद कुंबले गेंदबाजी के लिए आए और उनके सामने पाकिस्तान की पारी ताश के पत्तों की तरह ढह गया।
इस मुकाबले में कुंबले का पहला शिकार शाहिद अफरीदी बने। पारी के 25वें ओवर में 41 रन बनाकर खेल रहे अफरीदी को कुंबले ने सबसे पहले आउट किया।
इसके बाद फिर क्या था कुंबले ने एक के एक बाद पाकिस्तानी बल्लेबाजों को पवेलियन वापस भेजना शुरू कर दिया और एक समय ऐसा आया कि पाकिस्तान की टीम 128 रनों पर अपने 6 विकेट गंवा दिए। इस तरह पारी के 61वें ओवर में पाकिस्तान की टीम ऑलआउट हो गई।
यह भी पढ़ें- Ind vs Eng : मैच के दूसरे दिन भारतीय गेंदबाजों ने डाले इतने नो बॉल की टूट गया 10 पुराना यह रिकॉर्ड
आखिरी विकेट गिरने के साथ ही भारतीय टीम ने मैच को 212 रनों के बड़े अंतर से अपने नाम कर लिया। कुंबले ने इस मैच में कुल 26.3 ओवर की गेंदबाजी की और इस दौरान उन्होंने 74 रन खर्च कर 10 विकेट लिए।
इस तरह कुंबले इंग्लैंड के जिम लेकर के बाद दुनिया के दूसरे गेंदबाज बने जिन्होंने पारी में सभी विकेट झटके।
भारत के इस महान स्पिन गेंदबाज ने टेस्ट क्रिकेट में 619 विकेट के साथ साल 2008 में अपने करियर का अंत किया। कुंबले इस फॉर्मेट में सबसे अधिक विकेट लेने के मामले में श्रीलंका के मुथैया मुलरीधन (800) और ऑस्ट्रेलिया के शेन वार्न के बाद तीसरे खिलाड़ी भी हैं।