भारत के पूर्व कप्तान और दिग्गज बल्लेबाज जिन्हें हम लिटल मास्टर के नाम से भी जानते हैं उन्होंने आज ही दिन वेस्टंडीज के धाकड़ गेंदाबजों का सामना करते हुए तूफानी शतक जड़ा था। यहां हम बात कर रहे हैं सुनील गावस्कर की।
सुनील गावस्कर ने आज ही के दिन साल 1983 में वेस्टइंडीज के खिलाफ 94 गेंदों में 121 रनों की तूफानी पारी खेली थी। इसी शतक के साथ उन्होंने क्रिकेट के दिग्गज सर डॉन ब्रैडमैन के टेस्ट क्रिकेट में 29 शतकों के रिकॉर्ड की भी बराबरी की थी।
सुनील गावस्कर अपने टेंपरामेंट के लिए काफी मशहूर थे। वह किसी के उकसाने पर कभी आक्रामक नहीं होते थे और हमेशा प्रॉपर क्रिकेटिंग शॉट खेला करते थे।
वेस्टइंडीज के खिलाफ खेली गई इस सीरीज के पहले टेस्ट मैच में गावस्कर कुछ खास कमाल दिखा नहीं पाए थे। पहले मैच की पहली इनिंग में गावस्कर शून्य और दूसरी इनिंग में मात्र 7 रन बनाकर आउट हो गए थे।
दूसरा टेस्ट मैच दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान पर खेला गया। इस मैच में भारत ने पहले बल्लेबाजी की। गावास्कर अंशुमन गायकवाड़ के साथ ओपनिंग करने आए थे। मैच के दौरान वेस्टइंडीज के मैल्कम मार्शन ने जान-बूझकर गावस्कर की तरफ एक गलत गेंद फेंकी थी जिसकी वजह से गावस्कर का बैट टूट गया था।
इसके बाद नए बैट से गावस्कर ने मार्शल को जवाब देते हुए लगातार चौके-छक्कों की बरसात की और 37 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा किया। गवास्कर यहीं नहीं रुके उन्होंने 94 गेंदों पर 121 रन बनाए। गावस्कर के टेस्ट करियर का यह 29वां शतक था। इसी के साथ उन्होंने क्रिकेट के दिग्गज सर डॉन ब्रैडमैन के टेस्ट क्रिकेट में 29 शतकों की बराबरी भी की थी। इसी से खुश खहोकर तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रीमति इंदिरा गांधी ने उन्हें सम्मानित भी किया था।