साल 2011 का विश्व कप जीतने के बाद भारतीय क्रिकेट टीम पूरे जोश में थी। समय बितता गया और एक बार फिर से महेंद्र सिंह की धोनी की कप्तानी वाली भारतीय टीम आईसीसी के इस बड़े टूर्नामेंट के लिए तैयार हो गई। इस विश्व कप का आयोजन साल 2015 में संयुक्त रूप से ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में हुआ था।
इस विश्व कप में भारतीय टीम ने धमाकेदार अंदाज में अपनी शुरुआत की थी और लीग स्टेज में 7 मुकाबले जीतकर सेमीफाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली थी। इस दौरान उसने पाकिस्तान, दक्षिण अफ्रीका, संयुक्त अरब अमीरात, वेस्ट इंडीज, आयरलैंड, जिम्बाब्वे और बांग्लादेश जैसी टीमों को मात दी थी लेकिन आज ही के दिन (26 मार्च 2015) सेमीफाइनल मैच में मेजबान ऑस्ट्रेलियाई टीम के स्टीव स्मिथ ने भारतीय टीम का खेल बिगाड़ दिया और उसे टूर्नामेंट से बाहर होने के लिए मजबूर कर दिया था।
पूरे टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन करने वाली भारतीय टीम को इस मैच में करारी हार का सामना पड़ा। भारत की इस हार में सबसे बड़ा विलन बनकर उभरे थे ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान स्टीव स्मिथ।
इस सेमीफाइनल मैच में स्मिथ की धमाकेदार शतकीय पारी की मदद से ऑस्ट्रेलिया ने भारत के सामने 328 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया था।
इससे पहले ऑस्ट्रेलियाई कप्तान माइकल क्लार्क ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया था। भारतीय टीम के तेज गेंदबाज उमेश यादव ने ऑस्ट्रेलिया को डेविड वॉर्नर के रुप में शुरुआती झटका दिया लेकिन इसके बाद स्मिथ और एरॉन फिंच ने मिलकर टीम इंडिया के गेंदबाजों की कड़ी परीक्षा ली।
दोनों ही बल्लेबाजों की बीच 182 रनों की पार्टनरशिप हुई थी। इस दौरान फिंच 81 रन बनाकर आउट हुए थे जबकि स्मिथ 112.9 की स्ट्राइक रेट से 95 गेंदों में 105 रनों की पारी खेली थी।
ऑस्ट्रेलिया के द्वारा दिए गए 329 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम 46.5 ओवर में 233 रनों पर सिमट कर बुरी यादों के साथ विश्व कप से बाहर हो गई।