18 मार्च ये वही तारीख है जब भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक ने निदहास ट्रॉफी 2018 के फाइनल मुकाबले में 8 गेंदों पर नाबाद 29 रन की ताबड़तोड़ पारी खेलकर धमाल मचा दिया था। इस मैच में भारतीय टीम की जीत की कामना भारतीय फैन्स के साथ-साथ श्रीलंकाई फैन्स और उनके खिलाड़ी भी कर रहे थे। दरअसल इस टूर्नामेंट में जब बांग्लादेशी टीम ने श्रीलंका को हराकर फाइनल में जगह बनाई थी तो उनका रवैया बेहद ही खराब था उन्होंने जिस तरह लंका के खिलाड़ियों के सामने नागिन डांस का प्रदर्शन किया उससे स्थानिय फैन्स नराज हो गए थे। इस वजह से यह फाइनल मुकाबला और रोमांचक हो गया था।
इस मुकाबले में भारतीय टीम की कप्तान रोहित शर्मा के कंधों पर थी। रोहित ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का निर्णय लिया। युवा भारतीय गेंदबाजी आक्रमण बांग्लादेश को निर्धारित 20 ओवर में 166 के स्कोर पर रोकने में कामयाब रहा। भारत की ओर से युवजवेंद्र चहल ने तीन, उनादकट ने दो और वॉशिंगटन सुंदर ने एक विकटे लिया था। बांग्लादेश की टीम से सब्बीर रहमान ने 77 रनों की धमाकेदार पारी खेली थी जिससे बांग्लादेश की टीम एक अच्छे स्कोर तक पहुंचने में कामयाब रही थी।
167 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत बेहद खराब रही। भारत ने अपने पहले दो विकेट मात्र 32 के स्कोर पर खो दिए थे। एक छोर पर रोहित शर्मा जमें हुए थे, लेकिन दूसरे छोर पर कोई उनका साथ नहीं दे रहा था। धवन ने 10 रन बनाकर आउट हो गए थे, तो वहीं रैना खाता भी नहीं खोल पाए थे।
इसके बाद लोकेश राहुल (24) और मनीष पांडे (28) ने रोहित का साथ देने की कोशिश की लेकिन वो भी ज्यादा देर नहीं टिक पाए। तेजी से रन बनाने के प्रयास में रोहित भी 56 के निजी स्कोर पर आउट हो गए थे।
14वें ओवर की दूसरी गेंद पर जब रोहित आउट हुए तो हर किसी को लगा था था कि कार्तिक बल्लेबाजी करने आएंगे, लेकिन मैदान पर उतरे विजय शंकर। शंकर उस मैच में अपनी फॉर्म से जूझ रहे थे। वह गेंद को भी अपने बैट पर कनेक्ट नहीं कर पा रहे थे। 18वें ओवर की आखिरी गेंद पर जब मनीष पांडे आउट हुए तो भारत को जीत के लिए 34 रन की जरूरत थी और शंकर 15 गेंदों पर 12 रन बनाकर क्रीज पर मौजूद थे।
कार्तिक ने मैदान पर आते ही धमाल मचा दिया। 19वां ओवर लेकर आए रुबेल की पहली तीन गेंदों पर उन्होंने दो छक्कों और एक चौके की मदद से 16 रन बटौर लिए। इसके बाद उन्होंने आखिरी गेंद पर चौका लगाया और ओवर से कुल 22 रन बटौरे।
आखिरी ओवर में भारत को जीत के लिए 12 रनों की जरूरत थे। अब हर किसी को लग रहा था कि भारत मैच निकाल जाएगा, लेकिन स्ट्राइक पर विजय शंकर थे। शंकर ने पहली गेंद मिस की और उसके बाद अगली दो गेंदों पर दो सिंगल ही आए। भारत को अब तीन गेंदों पर 9 रन की जरूरत थी और तलाश थी तो बस एक बाउंड्री की।
शंकर ने तभी चौथी गेंद पर प्वॉइंट और शॉर्ड थर्ड मैन के बीच से शॉट लगाकर चार रन बटौरे, लेकिन अगली ही गेंद पर एक और बड़ा शॉट लगाने के प्रयास में वो आउट हो गे। भारत को आखीरी गेंद पर 5 रनों की जरूरत थी। चौका लगता तो यह मैच ड्रॉ होता और सूपर ओवर होता, लेकिन दिनेश कार्तिक ने आखिरी गेंद पर छक्का लगाकर भारत को मैच जिता दिया। कार्तिक ने 8 गेंदों पर 3 छक्कों और दो चौकों की मदद से 29 रन की नाबाद पारी खेली।
इस मैच को जीतने के बाद भारतीय खिलाड़ियों ने मैदान पर तिरंगे के साथ-साथ श्रीलंकाई टीम का भी झंड़ा लहराया।