नयी दिल्ली: टीम इंडिया के चीफ़ कोच रवि शास्त्री ने साउथ अफ़्रीका के दौरे से लौटने के बाद टीम के आलोचको को जमकर कोसा और कहा कि देश में ही कुछ लोग अपनी टीम को हारता देखना चाहते थे. बता दें कि दौरे पर टेस्ट सिरीज़ 1-2 से हारने के बाद टीम इंडिया ने ज़बरदस्त वापसी की और वनडे सिरीज़ 5-1 से और टी-20 सिरीज़ 3-1 से जीती. ये 25 साल बाद साउथ अफ़्रीका में इंडिया की सिरीज़ विन हैं.
मुंबई लौटने पर शास्त्री ने कहा: "हमें जीत का हमेशा भरोसा था हालंकि बहुत कम लोगों को ऐसा लगा होगा लेकिन हम वो (टेस्ट मैच) दोनों मैच जीत सकते थे. कई बार आपको लगता है कि आपके ही देश में जब आप हारते हैं तो लोगों को ख़िशी मिलती है. हम टेस्ट मैचों में दो सेशन में पिछड़े जिसकी वजह से हार मिली. मैंने कहा कि इससे सबक लेकर अगले मैच में जीत के लिए खेलो, ड्रॉ के लिए नहीं. ज़्यादातर टीमों ने जोहानसबर्ग के उस विकेट पर पहली बैटिंग नहीं की होती."
सीमित ओवरों की सिरीज़ शुरु होने पर साउथ अफ़्रीका के कुछ अहम खिलाड़ी चोटिल हो गए थे और लोगों का मानना है कि फ़ाफ़ डू प्लेसिस, एबी डिविलियर्स और क्विंटन डी कॉक की ग़ैरमौजूदगी की वजह से टीम इंडिया की राह आसान हो गई थी. इस पर शास्त्री ने कहा: "हमारे आलोचकों के साथ ये सबसे बड़ी दिक़्क़त है. जब आप जीतते हैं, तो दूसरी टीम अच्छा नहीं खेल रही है. जब आप श्रीलंका में जीतते हैं तो वो कमज़ोर टीम है. जब आप साउथ अफ़्रीका से खलते हैं तो कहते हैं कि वह अपना बेहतर क्रिकेट नहीं खेली. याद रहे कि कोई टीम उतनी ही अच्छी होती है जितना आप मानते हैं. जब हम हारते हैं तब कोई नहीं कहता कि इंडियन टीम ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं किया.''
टीम इंडिया अब अगले महीने श्रीलंका में टी-20 त्रिकोणीय सिरीज़ खेलेगी जिसमें तीसरी टीम बांग्लादेश है.