न्यूजीलैंड के खिलाफ पांच टी-20 मैचों की सीरीज के पिछले दो मैचों में रोमांच अपने चरम पर चला गया। सीरीज के तीसरे और चौथे मैच का नतीजा सुपरओवर में निकला और दोनों ही मैचों में भारतीय टीम ने जीत दर्ज की। इस शानदार जीत के साथ ही भारत ने सीरीज में 4-0 की अजेय बढ़त हासिल कर ली।
तीसरे मैच में भारतीय टीम के लिए जहां आखिरी ओवर में मोम्मद शमी ने टीम के स्कोर का बचाव किया तो वहीं चौथे मुकाबले में शार्दुल ठाकुर ने अपनी दमदार गेंदबाजी से न्यूजीलैंड को जीत से मायुस रखा। भारत की इस जीत के बाद हर बार तरह युजवेंद्र चहल अपनी 'चहल टीवी' में इंटरव्यू किया। इस बार चहल के इस इंटरव्यू में शमी और शार्दुल थे।
चहल ने सबसे पहले शमी से तीसरे मैच की आखिरी ओवर के बारे में पूछा। शमी ने चहल के सवाल का जबाव देते हुए कहा, उस समय दिमाग जादा कुछ नहीं था, मैंने यॉर्कर डालने की योजना बनाई लेकिन जैसे ही पहली गेंद पर छक्का लगा तो मुझे लगा कि हम मैच हार गए।
उन्होंने कहा, विलियमसन के आउट होने के बाद मैंने छोटी गेंद डालने की योजना बनाई और यह काम कर गया और अगली दो गेंद पर हमने रन नहीं दिया। इस बाद आखिरी गेंद पर उनके पास एक विकल्प था न्यूजलींड के बल्लेबाज एक रन लिए भागे इस दौरान मैच टाई हो चुका था लेकिन टेलर बोल्ड हो गया तो मैच सुपरओवर में पहुंच गया।
वहीं शार्दुल ने कहा, आखिरी ओवर डालने का दबाव तो था लेकिन मैं चाहता था कि पहली गेंद पर विकेट निकालूं और मैंने स्लोअर वन डाला जिसमें बल्लेबाज अपना विकेट गंवा बैठा। हालांकि मुझे उम्मीद थी अगर बाउंड्री भी लग जाती है तो भी बाकी बचे रन का बचाव कर सकता लुंगा।
उन्होंने कहा, शमी भाई ने जिस तरह से तीसरे टी-20 में गेंदबाजी की थी वो मुझे याद था और मैंने वहीं सोचकर आखिरी ओवर डाल कि मैच में कुछ भी हो सकता है।
वहीं नकल गेंद पर उन्होंने कहा कि वह जिस तरह से बचपन में गेंद डाला करते थे वहीं तरीका आज भी अपनाते हैं जिसकी वजह के वह बल्लेबाज को चकमा देने में सक्षम हैं।