भारत को एक दिवसीय क्रिकेट श्रृंखला में पिछले 31 साल में पहली बार ‘वाइटवाश’ झेलना पड़ा जब न्यूजीलैंड ने तीसरे मैच में उसे पांच विकेट से हराकर श्रृंखला 3-0 से अपने नाम कर ली। भारतीय टीम को आखिरी बार 1989 में वेस्टइंडीज ने 5-0 से हराया था। भारत के सात विकेट पर 296 रन के जवाब में न्यूजीलैंड ने 47.1 ओवर में पांच विकेट पर 300 रन बनाये। हेनरी निकोल्स ने 103 गेंद में 80 और मार्टिन गुप्टिल ने 46 गेंद में 66 रन की पारी खेली। कोलिन डी ग्रैंडहोमे ने 28 गेंद में नाबाद 58 रन बनाये।
इससे पहले केएल राहुल के कैरियर के चौथे शतक की मदद से भारत ने शुरूआती झटकों से उबरते हुए सात विकेट पर 296 रन बनाये थे। जीत के लिये 297 रन के लक्ष्य के जवाब में न्यूजीलैंड की शुरूआत शानदार रही। गुप्टिल और निकोल्स ने 40 गेंद में 50 रन जोड़े। दोनों ने पहले विकेट के लिये 106 रन की साझेदारी की। गुप्टिल ने अपनी पारी में छह चौके और चार छक्के जड़े। भारत के शार्दुल ठाकुर और नवदीप सैनी काफी महंगे साबित हुए। ठाकुर ने 87 और सैनी ने 68 रन दे डाले। जसप्रीत बुमराह को पूरी श्रृंखला में विकेट नहीं मिला।
युजवेंद्र चहल ने 47 रन देकर तीन विकेट चटकाये। उन्होंने 17वें ओवर में गुप्टिल को आउट किया। दूसरे छोर से मैन आफ द मैच निकोल्स ने पारी के सूत्रधार की भूमिेका निभाते हुए 72 गेंद में अर्धशतक पूरा किया। उन्होंने केन विलियमसन (22) के साथ 53 रन की साझेदारी की। चहल ने दो और विकेट लिये और रविंद्र जडेजा ने फार्म में चल रहे रोस टेलर (12) को सस्ते में आउट किया। न्यूजीलैंड के चार विकेट 33वें ओवर में 189 रन तक गिर गए। डि ग्रांडहोमे ने ऐसे में 21 गेंद में अर्धशतक जमाया। उन्होंने अपनी पारी में छह चौके और तीन छक्के लगाये।
भारत की फील्डिंग एक बार फिर लचर रही। इससे पहले भारत के लिये राहुल ने 113 गेंद में नौ चौकों और दो छक्कों की मदद से 112 रन बनाये। भारत ने 13वें ओवर में तीन विकेट 62 रन पर गंवा दिये थे लेकिन राहुल ने पारी को संभाला। उन्होंने श्रेयस अय्यर के साथ 100 रन की साझेदारी की। अय्यर ने 63 गेंद में 62 रन बनाये। बाद में उन्होंने मनीष पांडे के साथ पांचवें विकेट के लिये 48 गेंद में 42 रन जोड़े।
शुरूआती दो मैच जीतकर श्रृंखला अपने नाम कर चुकी न्यूजीलैंड टीम के लिये हामिश बेनेट ने 64 रन देकर चार विकेट लिये। मेजबान टीम में कप्तान केन विलियमसन की चोट से उबरकर वापसी हुई है। स्पिनर मिशेल सेंटनेर को टाम ब्लंडेल की जगह उतारा गया। भारतीय टीम में केदार जाधव की जगह मनीष पांडे को मौका दिया गया। भारतीय टीम की शुरूआत फिर खराब रही।
काइल जैमीसन ने सलामी बल्लेबाज मयंक अग्रवाल (1) को आउट किया। सातवें ओवर में भारत को सबसे बड़ा झटका लगा जब कप्तान विराट कोहली (नौ) अपना विकेट गंवा बैठे। सलामी बल्लेबाज पृथ्वी साव ने 42 गेंद में 40 रन बनाये जिसमें तीन चौके और दो छक्के शामिल थे। वह 13वें ओवर में रन आउट हो गए। अय्यर और राहुल ने इसके बाद पारी को संवारा। दोनों ने डटकर बल्लेबाजी की और 52 गेंद में 50 रन बनाये जो इस श्रृंखला में उनका तीसरा 50 से अधिक का स्कोर है।
अय्यर को जिम्मी नीशाम ने पवेलियन भेजा। इसके बाद राहुल ने 66 गेंद में 50 रन बनाये। उन्होंने पांडे के साथ मिलकर भारत को 45वें ओवर में 250 रन तक पहुंचाया। राहुल का शतक 104 गेंदों में पूरा हुआ। इस बीच पांडे को बेनेट ने पवेलियन भेजा। भारतीय टीम ने डैथ ओवरों में 27 रन के भीतर तीन विकेट गंवाए जिसकी वजह से टीम 300 रन पार नहीं कर सकी।