चेन्नई। भारत और वेस्टइंडीज के बीच यहां एमए चिदंबरम स्टेडियम में 11 नवंबर को होने वाले तीसरे टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई है क्योंकि तमिलनाडु क्रिकेट संघ (टीएनसीए) मुफ्त टिकटों की अपनी मांग पर अड़ा हुआ है।
बीसीसीआई के नए संविधान के अनुसार स्टेडियम की कुल क्षमता के 90 प्रतिशत टिकट सर्वाजनिक बिक्री के लिए रखना जरूरी है। सिर्फ 10 प्रतिशत टिकटों को ही मुफ्त बांटा जा सकता है।
सीओए ने मुफ्त टिकटों में बीसीसीआई का कोटा घटाने का फैसला किया है लेकिन इसके बावजूद टीएनसीए को लगता है कि मौजूदा दिशानिर्देशों के तहत वे मैच की मेजबानी नहीं कर सकते।
टीएनसीए ने दोहराया कि वह मुफ्त पास और प्राथमिकता के आधार पर टिकटों के वितरण के पुराने नियमों को लागू करने पर ही तीसरे टी20 अंतरराष्ट्रीय की मेजबानी कर सकता है।
टीएनसीए के सूत्रों के अनुसार नए नियमों को लागू करने पर मैच की मेजबानी संभव नहीं होगी।
सूत्रों के अनुसार सरकार के कई विभागों से स्वीकृति की जरूरत होती है और इसके बदले में वे मैच के मुफ्त पास की उम्मीद करते हैं।
एमए चिदंबरम स्टेडियम के तीन स्टैंड आई, जे और के अब भी बंद है और ऐसे में स्टेडियम की क्षमता सिर्फ 24000 दर्शकों की है। सूत्रों के अनुसार ऐसी स्थिति में टिकटों को लेकर नियम पर चलना काफी मुश्किल होगा।
टीएनसीए ने पिछले शुक्रवार को बीसीसीआई को पत्र लिखकर अपनी स्थिति से अवगत कराया था। सीओए ने शनिवार को वेस्टइंडीज श्रृंखला के बाकी मैचों के लिए बीसीसीआई के हिस्से से आयोजन संघों को 600 अतिरिक्त मुफ्त टिकट स्वीकृत किए थे। टीएनसीए के सूत्रों ने हालांकि कहा कि यह नाकाफी होगा।
टीएनसीए के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘हम अपने इस रवैये पर कायम हैं कि नए नियमों के अनुसार मैच नहीं हो सकता।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हालांकि प्रशंसकों के हित में हमें समाधान निकलने की उम्मीद है।’’