क्रिकेट जगत में बल्लेबाजी की बात हो सचिन तेंदुलकर की चर्चा न हो, ऐसा संभव नहीं है। क्रिकेट में बल्लेबाजी की तकनीक की बात हो, रन स्कोरिंग की बात हो, दबाव में खेलना हो या फिर शतक जमाना हो, ये चर्चा तेंदुलकर का जिक्र किए बिना पूरी नहीं हो सकती है। सचिन की इन्हीं खूबियों की बात करते हुए भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने मास्टर ब्लास्टर को बैटिंग परफेक्शन का शानदार उदाहरण करार दिया है।
सुनील गावस्कर ने कहा कि उन्होंने अपने क्रिकेटिंग करियर के दौरान और उसके बाद भी कई क्रिकेटरों को देखा है, लेकिन कोई भी तेंदुलकर की तरह बैटिंग परफेक्शन के करीब नहीं आया।
गावस्कर ने एक न्यूज चैनल को बताया, "जहां तक मेरा सवाल है, बैटिंग परफेक्शन के सबसे करीब... सचिन तेंदुलकर। मैंने कभी भी किसी बल्लेबाज को सचिन जैसा खेलते नहीं देखा है। मैंने जिस समय से खेला था, उस समय से बहुत से क्रिकेटर मैंने देखे हैं और जब से मैं क्रिकेट देख रहा हूं, तब से मैंने कई शानदार बल्लेबाज देखे हैं लेकिन सचिन तेंदुलकर के अलावा कोई भी बैटिंग परफेक्शन के इतना करीब नहीं आया।"
टेस्ट क्रिकेट में 10 हजार टेस्ट रन बनाने वाले पहले क्रिकेटर गावस्कर ने कहा कि सचिन की किताब में हर शॉट था। उन्होंने कहा, "बैकलैफ्ट, हेड, संतुलन, सब कुछ, जिस तरह से वह आगे जाता, फ्रंट फुट के दौरान उसका संतुलन, ऑफ साइड, लेग साइड ... और बाद में जब T20 में आया, तो स्कूप शॉट खेलने का उसका अंदाज। उसके पास सब कुछ था।"
16 साल की उम्र में पदार्पण करने वाले सचिन तेंदुलकर ने रिकॉर्ड 200 टेस्ट और 463 वनडे मैच खेलने के बाद संन्यास की घोषणा की। सचिन अभी भी दोनों प्रारूपों में सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं।