भारत और पाकिस्तान के बीच 2011 विश्वकप का सेमीफाइनल मैच खेला गया। जिसमें अम्पायरिंग कर रहे पूर्व अंपायर इयान गाउल्ड ने सचिन को एलबीडबल्यू आउट दे दिया था। मगर डीआरएस होने के कारण वो रिव्यु लेकर बच गए। हलांकि इस फैसले पर गाउल्ड को आज तक विश्वास नहीं है जिसके चलते उन्हें किसी चीज़ का मलाल भी नहीं।
गाउल्ड ने बीबीसी 5 लाइव स्पोर्ट से कहा, "जब मैंने उन्हें मोहाली में आउट दिया था, मुझे लगा था कि वह आउट हैं। मैं आपको गारंटी दे सकता हूं कि अगर मैं उसे दोबारा देखूंगा तो मैं उसे आउट ही दूंगा। सचिन ने गंभीर से बात की और लग रहा था कि वह बाहर जाने वाले हैं। मुझे लगा शुक्र है लेकिन वह मुड़े और रिव्यू लिया और तब विश्व रुक गया।"
ये भी पढ़ें : सचिन तेंदुलकर के 48वें बर्थडे पर रिलीज होगी 'गॉड ऑफ क्रिकेट', मोशन पोस्टर आया सामने
गाउल्ड ने बताया, "अंत में तीसरे अंपायर बिली बाउडन ने मुझे बताया कि गेंद लेग स्टम्प के बाहर जा रही है। मैं चाहता हूं कि आप अपना फैसला बदलें। मैं उनका बेहद सम्मान करता हूं, लेकिन मैं 90 फुट की स्क्रीन पर देख रहा जो मुझे बता रही है कि गेंद इंच के मार्जिन से लेग स्टम्प के बाहर जा रही है, इसलिए मुझे विश्लेषण की जरूरत नहीं है, लेकिन मैंने उन्हें फिर नॉट आउट दिया।"
उन्होंने कहा, "इसके बाद मुझे डर लग रहा था कि कोई भी गेंद पैड पर न पड़े। मेरे पास साइमन टॉफेल थे। उन्होंने मुझसे कहा था कि उन्हें भी लगा था कि यह एलबीडब्ल्यू है।"
ये भी पढ़ें : बॉल टेम्परिंग के विचार पर नेहरा-हरभजन ने किया पलटवार, बोले - थूक और पसीने की जगह नहीं ले सकती वैसलीन
( With Agency Input From Ians )