बेंगलुरू| टोक्यो ओलंपिक-2020 के लिए ड्रॉ की घोषणा होने के बाद भारतीय पुरुष हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह ने कहा है कि पूल-चरण के सभी मैचों में टीम को अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की जरूरत है। अंतर्राष्ट्रीय हॉकी महासंघ (एफआईएच) ने शनिवार देर रात टोक्यो ओलंपिक-2020 के लिए ड्रॉ की घोषणा की। ड्रॉ के अनुसार भारत की पुरुष और महिला हॉकी टीमों को पूल-ए में शामिल किया गया है।
दुनिया की पांचवें नंबर की भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने इसी महीने भुवनेश्वर के कलिंगा स्टेडियम में रूस को 11-3 के एग्रीगेट स्कोर से हराकर ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया है।
पूल-ए में भारतीय पुरुष टीम के अलावा मौजूदा चैंपियन अर्जेंटीना और दुनिया की नंबर एक टीम आस्ट्रेलिया को भी शामिल किया गया है। इसके अलावा स्पेन, न्यूजीलैंड और मेजबान जापान की टीमें भी इसी पूल में है।
मनप्रीत ने ड्रॉ की घोषणा के बाद कहा, "ओलंपिक के लिए ड्रॉ आसान नहीं है। ऐसा लगता है कि हमारे पूल में आस्ट्रेलिया और अर्जेटीना के बाद हम तीसरी सर्वश्रेष्ठ टीम हैं। पूल-बी की तुलना में हम आसान ग्रुप में हैं। पूल-बी में बेल्जियम, नीदरलैंड्स, जर्मनी, ग्रेट ब्रिटेन, कनाडा और दक्षिण अफ्रीका को जगह मिली है।"
उन्होंने कहा, "लेकिन ओलंपिक में रैंकिंग ज्यादा मायने नहीं रखता है। कोई भी टीम किसी भी टीम को हल्के में नहीं ले सकती है। पूल-चरण में सभी मैचों में टीम को अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की जरूरत, जिससे हमारा क्वार्टर फाइनल खेलना तय होगा। हम सबको अभी याद है कि रियो ओलंपिक में कनाडा के खिलाफ (2-2 से ड्रॉ) क्या हुआ था।"
भारतीय पुरुष टीम के खिलाड़ियों और स्पोर्टिग स्टाफ ने सोमवार को यहां एक बैठक की, जिसमें ड्रॉ पर विचार विमर्श किया गया। भारत की महिला टीम तीसरी बार ओलंपिक में हिस्सा लेगी। पुरुष टीम का ओलंपिक रिकार्ड शानदार रहा है। उसने अब तक कुल आठ स्वर्ण जीते हैं। हालांकि भारत की पुरुष हाकी टीम ने 1980 के बाद कोई स्वर्ण नहीं जीता है। टोक्यो में भारत अपने ओलंपिक अभियान के 100 साल पूरे करेगा।
मनप्रीत ने कहा, "टीम का पहला लक्ष्य अपने पूल में शीर्ष स्थान पर रहकर पूल का समापन करना है। अगले साल हमें प्रो लीग में आस्ट्रेलिया और अर्जेटीना के खिलाफ खेलना है। इन दो टॉप टीमों के खिलाफ हमारा प्रदर्शन यह तय करेगा कि हमें कहां तक सुधार करने की जरूरत है।