कोलंबो। भारतीय टीम के अनुभवी तेज गेंदबाज और श्रीलंका के मौजूदा दौरे के लिए उप-कप्तान भुवनेश्वर कुमार का मानना है कि उनकी भूमिका सीमित ओवरों की आगामी श्रृंखला के दौरान दूसरे खिलाड़ियों को ‘उनके कौशल और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार’ में मदद करने की होगी। नियमित कप्तान विराट कोहली और मुख्य टीम के इंग्लैंड में होने के कारण शिखर धवन 13 जुलाई से शुरू होने वाली श्रृंखला में दूसरी पंक्ति की भारतीय टीम का नेतृत्व करेंगे।
भारत के लिए 117 एकदिवसीय में 138 विकेट लेने वाले भुवनेश्वर ने ‘स्टार स्पोर्ट्स’ के कार्यक्रम ‘क्रिकेट कनेक्टेड’ से कहा, ‘‘ हां, कागजों पर यह मेरी भूमिका (उप-कप्तान) है, लेकिन मुझे नहीं लगता कि इससे चीजें बदलेगी। मुझे लगता है कि एक अनुभवी खिलाड़ी होने के नाते मेरी भूमिका दूसरे खिलाड़ियों के कौशल और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार लाने के लिए मदद करने की होगी। ’’
तीन मैचों की एकदिवसीय श्रृंखला और इतने ही मैचों की टी20 श्रृंखला के लिए पूर्व कप्तान राहुल द्रविड इस दौरे पर भारतीय टीम के मुख्य कोच हैं। भुवनेश्वर ने कहा, ‘‘ मैं उनके (राहुल द्रविड़) के खिलाफ खेल चुका हूं और जब मैं आरसीबी (रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर) में शामिल हुआ था तब वह टीम का हिस्सा थे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ मेरे दिमाग में उनके साथ उस समय की कोई खास यादें नहीं है, लेकिन जब मैं एनसीए (राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी) गया था तब हमने कुछ बातचीत की थी।’’ भुवनेश्वर ने कहा कि वह प्रबंधन के मामले में द्रविड़ के दिमाग को पढ़ने की कोशिश करेंगे। इस 31 साल के दायें हाथ के तेज गेंदबाज ने कहा, ‘‘ मैं भाग्यशाली हूं कि वह (द्रविड़) कोच हैं। युवा खिलाड़ी भारत ए के लिए उनकी देखे-रेख में खेले हैं। इसलिए, हम उनकी निगरानी में काम करना चाहते हैं और उनके दिमाग को पढ़ना चाहते हैं। हम यह समझना चाहते हैं कि वह इतने लंबे समय तक उस स्तर पर चीजों को कैसे प्रबंधित करते हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ टीम इंडिया का उप-कप्तान होना एक सम्मान के साथ जिम्मेदारी भी है। इसलिए, मैं उन चीजों को जारी रखने की कोशिश करूंगा जो मैं करता रहा हूं और उम्मीद करता हूं कि हमारी टीम इस दौरे पर अच्छा करेगी।’’