सिर्फ पांच टेस्ट खेलने वाले इंग्लैंड के ऑफ-स्पिनर डॉम बेस का मानना है कि उनकी निरंतरता और सटीकता इस समय खतरनाक है और इसी वजह से वह राष्ट्रीय टीम में लगातार जगह पा सकते हैं।
22 वर्षीय ने साउथैम्प्टन में वेस्टइंडीज के खिलाफ ओपनिंग टेस्ट की पहली पारी में दो विकेट लिए थे, लेकिन अंतिम दिन वह कुछ खास नहीं कर सके। इस मैच में वेस्टइंडीज ने 200 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए 4 विकेट से जीत दर्ज की।
उन्होंने मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से कहा, "मुझे ऐसा लगता है कि मैं बल्ले के दोनों किनारों पर हमला कर रहा हूं। मेरी स्थिरता और सटीकता, जहां मैं इसे डाल रहा हूं, वह खतरनाक है।" उन्होंने कहा, ‘‘यह ट्रेनिंग के जरिए हासिल होता है, वह अहसास, वह लय, मुझे लगता है कि समय निश्चित तौर पर मेरे पास यह है।’’
बेस पहले टेस्ट के अंतिम दिन एक विकेट ले सकते थे अगर टीम के कार्यवाहक कप्तान बेन स्टोक्स पारी की शुरुआत में जर्मेन ब्लैकवुड का स्लिप में कैच पकड़ लेते। उन्होंने अपनी गेंद पर रोस्टन चेस को भी फंसाने में सफलता हासिल की, लेकिन रिव्यू में फैसला उनके हक में नहीं गया। उन्होंने कहा, "मुझे पता है कि मुझे विकेट नहीं मिला, लेकिन यह मेरे हक में भी हो सकता था। जिस चीज पर मैं ध्यान केंद्रित कर रहा हूं वह इस समय बहुत अच्छी तरह से हो रही है। मुझे लगता है कि यह वास्तव में खतरनाक है और यह मेरे लिए एक अच्छा संकेत है।"
बेस ने कहा, "एक स्पिनर के तौर पर किसी दिन कुछ चीजें आपके हक में जा सकती हैं और कुछ नहीं, यही क्रिकेट है। मैं इसे ज्यादा तवज्जो नहीं देता। यही क्रिकेट है। मैं बल्ले, गेंद और फील्डिंग से योगदान देना चाहता हूं। जब मेरे पास मौके आते हैं तो मैं यह सुनिश्चित करना चाहता हूं कि मैं उन्हें भुना सकू।”
उन्होंने कहा, "मुझे स्पिनिंग विकटों पर गेंदबाजी करने की आदत है, मैं चिंतित नहीं हूं। लोग इस दबाव के बारें में अक्सर बात करते हैं, लेकिन मैंने इसे बदल दिया है। ये एक शानदार अवसर है।"