पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर आकिब जावेद ने उस पूर्व साथी क्रिकेटर के नाम का खुलासा किया है जिसनें उन्हें सट्टेबाजों से मिलवाया था। आकिब जावेद ने एक टीवी चैनल के साथ इंटरव्यू में पूर्व क्रिकेटर सलीम परवेज का नाम लेते हुए कहा कि इसी खिलाड़ी ने उस वक्त पाकिस्तान टीम के खिलाड़ियों को सट्टेबाजों से मिलवाया था।
साल 1998 में महज 25 साल की उम्र में जावेद का अंतरराष्ट्रीय करियर समाप्त हो गया था। इस पर उन्होंने कहा कि उन्होंने फिक्सिंग करने से इनकार कर दिया था और इसी वजह से उनका करियर खत्म हो गया।
आकिब जावेद ने इंटरव्यू में कहा, " महंगी कारें और लाखों रुपये क्रिकेटरों को दिए गए। मुझे भी मैच फिक्स करने के लिए कहा गया था। साथ में ये भी कहा गया कि अगर मैंने इस ऑफर को कबूल नहीं किया, तो मेरा करियर खत्म हो जाएगा। सलीम परवेज नाम के एक पूर्व क्रिकेटर के जरिए खिलाड़ियों को मैच फिक्सिंग के ऑफर के साथ संपर्क किया गया था।"
गौरतलब है कि पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर सलीम परवेज ने साल 1980 में वेस्टइंडीज के खिलाफ इकलौता वनडे मैच खेला था। बाद में इस क्रिकेटर का साल 2013 में निधन हो गया। हैरानी वाली बात ये है कि साल 1998 की कय्यूम रिपोर्ट में सलीम परवेज ने पैसे देने की बात कबूल की थी।
रिपोर्ट के मुताबिक, सलीम ने सलीम मलिक और मुश्ताक अहमद को पैसे देने की बात मानी थी। साल 1998 में इस रिपोर्ट ने पाकिस्तान क्रिकेट को हिलाकर रख दिया था। रिपोर्ट में इस बात का जिक्र है कि पूर्व पाक क्रिकेटर आमिर सोहेल को परवेज ने बताया था कि उसने इंजमाम उल हक और वकार यूनिस को भी पैसे दिए थे।
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जावेद ने आगे कहा, "जब मुझे फिक्सिंग के बारे में पता चला तो मैंने एक कड़ा रुख अपनाया। मुझे इस बात पर पछतावा नहीं है कि इसने मेरे करियर को खत्म कर दिया क्योंकि मैं अपने जीवन के मूल्यों में पूरी तरह से विश्वास करता हूं। लोगों ने मेरे व्यवहार के कारण मुझे दौरों से दूर रखने की कोशिश की और उन लोगों को भी बुरा-भला कहा जो मुझसे बात करते थे।"
जावेद ने 1998 में ये भी आरोप लगाया था कि वसीम अकरम के मैच फिक्स के ऑफर को मना करने के बाद उन्हें पाकिस्तान टीम से बाहर कर दिया गया था। उस वक्त वसीम अकरम पाकिस्तान टीम के कप्तान थे।
उन्होंने कहा, "मुझे सलीम परवेज से मिलने, 40 लाख रुपये और एक गाड़ी कबूल करने का ऑफर दिया गया था। अकरम ने मुझसे कहा कि अगर वह ये ऑफर को ठुकरा देंगे तो पाकिस्तान के लिए फिर कभी नहीं खेल पाएंगे।"