श्रीलंका के दिग्गज स्पिन गेंदबाज मुथैया मुरलीधरन ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने से पहले अंतिम मैच में अपने 800 विकेट पूरे किए। इस तरह वो टेस्ट क्रिकेट में 800 विकेट लेने वाले क्रिकेट जगत के एकलौते गेदबाज भी बने। ऐसे में मुरलीधरन जहां अपने करियर में विकटों की झड़ी लगाते चले आए वहीं उन्होंने अपने अंतिम टेस्ट मैच को याद करते बताया कि कैसे 799 विकेट लेने के बाद 800वें विकेट के लिए उन्हें काफी संघर्ष करना पड़ा। इतना ही नहीं उन्होंने टीम इंडिया के तेज गेंदबाज इशांत शर्मा को आउट होने तक के लिए कह डाला था।
दरअसल, साल 2010 में टीम इंडिया श्रीलंका दौरे पर थी। जिस सीरीज के पहले मैच को मुरलीधरन ने अपने करियर का अंतिम मैच बता दिया था। इस तरह मैच की शुरुआत से पहले वो 800 विकेट से 8 कदम दूर थे। लेकिन पहली पारी में 5 विकेट लेने के बाद सभी को लगने लगा था कि अब मुरलीधरन 800 के आकड़ें को आसानी से छू लेंगे।
ऐसे में दूसरी पारी में एक समय अंतिम विकेट पर टीम इंडिया की तरफ से इशांत शर्मा और प्रज्ञान ओझा खेल रहे थे। तभी 2 विकेट और लेने के बाद मुरलीधरन को अपने 800 विकेट पूरे करने के लिए सिर्फ एक विकेट और चाहिए था। जिसके लिए उन्हें सब्र नहीं हो रहा था तो उन्होंने इशांत से कहा कि कुछ न करो आगे बढ़ो और आउट हो जाओ।
मुरलीधरन ने उस घटना के बारे में आर. आश्विन के साथ यूट्यूब चैनल पर शेयर करते हुए कहा, "ड्रिंक ब्रेक के दौरान मैंने इशांत शर्मा से कहा कि तुम यहाँ बहुत देर से खेल रहे हो। सिर्फ आगे बढ़ो और अपना विकेट दे दो। क्योंकि यहाँ खड़े रहने से तुम कुछ बदल तो नहीं लोगे और ना ही रन बना पाओगे। इससे अच्छा मुझे मेरा 800वां विकेट दे दो।"
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इसके आगे मुरलीधरन ने कहा, "उसने कहा नहीं वो ऐसा बिल्कुल नहीं करने जा रहा है। हालांकि मेरा भाग्य मेरे साथ था और मैंने प्रज्ञान ओझा को आउट कर 800वां विकेट लिया।"
बता दें कि इस मैच में श्रीलंका ने मुरलीधरन की धाकड़ गेंदबाजी के चलते 10 विकेट से भारत के खिलाफ मैच अपने नाम किया था।