श्रीलंका के दिग्गज स्पिन गेंदबाज मुथैया मुरलीधरन का मानना है कि इंडियन प्रीमीयर लीग में खेलना देश की टीम की तरफ खेलने से अधिक कठिन होता है। इसके बारे में उन्होंने आर. अश्विन के साथ यूट्यूब चैनल 'डीआरएस विथ एश' पर कहा, "देश के लिए खेलने से अधिक कठिन होता है आईपीएल में खेलना।"
श्रीलंका के लिए क्रिकेट में सबसे अधिक विकेट लेने वाले और अपने करियर के दौरान कई सालों तक आईपीएल भी खेलने वाले मुरलीधरन ने अपने अनुभवों को साझा करते हुए आगे कहा, "देश की टीम में आप्कोव भरोसा होता है कि आपको गेंदबाजी मिलेगी और आप विकेट चटका लेंगे। लेकिन आईपीएल में इस्ससे फर्क नहीं पड़ता आप पीछे कितना अच्छा करके आए हैं। कभी - कभी आपको टीम कॉम्बिनेशन ( 4 विदेशी खिलाड़ी ) के चलते बाहर भी बैठना पड़ जाता है। यही आईपीएल का हिस्सा है।"
आईपीएल में मुरलीधरन चेन्नई, कोच्ची और बैंगलोर की टीम से खेल चुके हैं। ऐसे में कई मैच उन्हें डग - आउट से बैठकर देखने पड़े। जिसके बारे में मुरली ने कहा, "आईपीएल की टीम में केवल चार विदेशी खिलाड़ी खेल सकते हैं। कुछ मैचों में ऑलराउंडर की जरूरत होती है जबकि कुछ मैचों में नहीं होती है। जिसके चलते मुझे कई मैचों में बाहर बैठना होता था। यही गेम का हिस्सा है।"
बता दें कि मुरलीधरन ने साल 2015 तक आईपीएल के हर सीजन में गेंदबाजी की है। लेकिन उनका बेस्ट समय चेन्नई सुपर किंग्स के साथ महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में आया। उन्होंने चेन्नई के लिए खेले 46 मैचों में 52 विकेट हासिल किये हैं। इतना ही नहीं साल 2015 के बाद से मुरलीधरन इंडियन प्रीमीयर लीग में नजर नहीं आए हैं। इस साल आईपीएल का 2020 सीजन 19 सितंबर से यूएई में खेला जाएगा। जिसमें मुरली तो नहीं आर. अश्विन दिल्ली कैपिटल्स की तरफ से गेंदबाजी करते नजर आएंगे।