भारतीय टेस्ट टीम के सलामी बल्लेबाज मुरली विजय पिछले काफी लंबे समय से टीम से बाहर चल रहे हैं। उन्होंने अपना आखिरी टेस्ट मैच दिसंबर 2018 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला था। उस मैच की दोनों पारियों में विजय महज 20 ही रन बना पाए थे। विजय का अब कहना है कि वह भारत या अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलने के बारे में नहीं सोच रहे हैं वह क्रिकेट बस पैशन के लिए खेलते हैं।
शनिवार को पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा 'मैं क्रिकेट गर्व और जुनून के लिए खेलता हूं। मैं भारत या अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलने के बारे में नहीं सोच रहा। मेरा फंडा उच्च स्तरीय क्रिकेट खेलना है। तो कोई भी क्रिकेट मेरे लिए अच्छा है।'
इसी के साथ विजय ने कहा 'मैं बीते 15 साल से यही करता आया हूं। और मेरी इस सोच में कोई बदलाव नहीं आया है। बेशक, अधिक खेलने से आपको अधिक खेलने से आपको अनुभव और अधिक मौके मिलते हैं।'
वहीं टीम में वापसी को लेकर उन्होंने कहा 'बेशक, मैंने अपने सपनों की कोई सीमा तय नहीं की है। मैंने चार बार भारतीय टीम में वापसी की है और मुझ पर इसे लेकर कोई दबाव नहीं है। मुझे वापसी का रास्ता पता है और मैं किसी भी टीम के लिए खेलूं उसमें अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान करना चाहता हूं। मैं क्रिकेट में अपना सर्वश्रेष्ठ देना चाहता हूं।'