मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद ने कहा है कि वह हर किसी की तरह की महेंद्र सिंह धोनी के प्रशंसक हैं, लेकिन यह उनकी पेशेवर प्रतिबद्धताएं थी कि वह धोनी से आगे निकलकर युवाओं को मौका दें। प्रसाद ने स्पोर्टस्टार को दिए इंटरव्यू में कहा, "जहां तक हमारी बात है, हम युवाओं का साथ देते हुए उन्हें ज्यादा से ज्यादा मौके देना चाहते थे।"
उन्होंने कहा, "माही (धोनी) अपने फैसला खुद लेंगे, लेकिन अगर मैं अपनी पेशेवर जिम्मेदारी अलग रख दूं तो मैं भी धोनी का उतना ही बड़ा प्रशंसक हूं जितना और कोई। उन्होंने इस दुनिया में जो कुछ है सब हासिल किया है, दो विश्व कप, चैम्पियंस ट्रॉफी, नंबर-1 टेस्ट टीम। इस पर कोई सवाल नहीं उठा सकता।"
उन्होंने कहा, "उनके करियर को लेकर, वह खुद फैसला लेंगे। एक चयनकर्ता के तौर पर हमारा काम आगे की ओर देखना है और नई पीढ़ी के खिलाड़ियों की पहचान करना है। साथ ही लगातार उन्हें मौका देना है।"
पूर्व विकेटकीपर ने कहा कि धोनी की देखरेख में ही रोहित शर्मा विश्व के सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटर बने और टेस्ट टीम में एक सलामी बल्लेबाज के तौर पर अपनी जगह पक्की करने में सफल रहे।
उन्होंने कहा, "अब रोहित हर प्रारूप के खिलाड़ी हैं। उनके अदंर जो बदलाव आया है वो शानदार है। हम सभी जानते थे कि वह सीमित ओवरों में अविश्वसनीय खिलाड़ी हैं, उन्होंने दो शतक लगाए हैं।"
प्रसाद ने कहा, "आखिरी चार-पांच महीनों में वह एक टेस्ट सलामी बल्लेबाज के तौर पर उभर कर सामने आए हैं। मैं उम्मीद करता हूं कि वह विदेशी जमीन पर एक बेहतरीन सीरीज खेलें। इससे उनकी मानसिकता बदल जाएगी।"
प्रसाद के कार्यकाल के दौरान भारतीय टीम वनडे में नंबर-4 के लिए संघर्ष करती रही थी। हाल ही में श्रेयस अय्यर ने इस स्थान पर अपनी जगह पक्की कर ली है।
प्रसाद ने कहा, "टेस्ट में हमारे पास हनुमा विहारी है और वनडे में श्रेयस अय्यर हैं।"
प्रसाद के कार्यकाल के दौरान करुण नायर और अंबाती रायडू को लेकर भी उनकी आलोचना हुई थी। नायर को टेस्ट टीम से बाहर कर दिया गया था जबकि रायडू को अच्छे प्रदर्शन के बाद भी विश्व कप टीम में जगह नहीं मिली थी।
उन्होंने कहा, "मुझे रायडू के लिए बुरा लगा था लेकिन मैं साफ तौर पर यह कह सकता हूं कि यह काफी करीबी मामला था। हमारी समिति के हिसाब से वह 2016 जिम्बाब्वे दौरे के बाद टेस्ट टीम में आने की रडार पर थे। लेकिन मैंने उनसे बात की थो वह टेस्ट पर ध्यान नहीं दे रहे थे। आपको याद हो तो आईपीएल में किए गए प्रदर्शन के दम पर हमने उन्हें वनडे में चुना, जो कई लोगों को सही नहीं लगा। इसके बाद उन्होंने एनसीए में एक महीने तक फिटनेस पर काम किया। उन्होंने अपने आप को बेहतर किया। उनके साथ जो हुआ मैं उससे काफी दुखी हूं। मैं उनके साथ खेला हूं इसलिए मुझे उनके लिए बुरा लगता है।"
नायर ने चेन्नई में इंग्लैंड में खेले गए टेस्ट मैच में तिहरा शतक जमाया। प्रसाद ने कहा कि नायर इसके बाद मौकों का फायदा नहीं उठा पाए।
उन्होंने कहा, "इस साल भी वह विजय हजारे और मुश्ताक अली ट्रॉफी में ज्यादा रन नहीं कर सके। यह एक बड़े स्कोर के बाद खराब स्कोर करने का मामला है। शुभमन को देखिए या विहारी की निरंतरता को देखिए। आपको प्रदर्शन करना होगा। हर कोई उनके तिहरे शतक की बात करता है लेकिन उसके बाद क्या हुआ? मुझे उम्मीद है कि करुण रणजी में अच्छा करेंगे और उनकी वापसी की होगी।"