क्रिकेट के खेल को अनिश्तताओं का खेल कहा जाता है। इस खेल में कभी भी कुछ भी हो सकता है। कभी-कभी कुछ ऐसे आंकड़े बन जाते हैं जिनपर यकीन करना मुश्किल हो जाता है। ऐसा ही कुछ इत्तेफाक युजवेंद्र चहल के साथ तब देखने को मिलता है जब एम एस धोनी टी20 क्रिकेट में अर्धशतक लगाते हैं। धोनी के नाम टी20 क्रिकेट में अब तक 2 अर्धशतक हैं और जब भी धोनी ने खेल के इस फॉर्मेट में अर्धशतक लगाया है चहल के साथ कुछ अलग वाक़या हुआ है। आइए आपको बताते हैं कि धोनी के अर्धशतक लगाने से चहल के साथ क्या होता है?
दरअसल, धोनी ने जब टी20 क्रिकेट में पहली बार अर्धशतक जड़ा था तो उस मैच में चहल ने इंग्लैंड के खिलाफ भारत की तरफ से टी20 क्रिकेट में सबसे शानदार प्रदर्शन किया था। चहल ने उस मैच में 25 रन देकर 6 विकेट लिए थे। और अब जब धोनी ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अपना दूसरा अर्धशतक लगाया तो चहल के नाम एक और रिकॉर्ड दर्ज हुआ लेकिन इस रिकॉर्ड के बारे में उन्होंने शायद ही कभी सोचा हो। दूसरे टी20 में चहल ने 4 ओवर में 64 रन ठुकवा दिए और भारत की तरफ से सबसे महंगे गेंदबाज बन गए।
साफ है कि धोनी का अर्धशतक चहल के लिए कुछ ना कुछ अलग लेकर आता है और आंकड़े इस बात का सबूत भी हैं। धोनी का पहला अर्धशतक चहल के लिए बेहतरीन साबित हुआ, तो वहीं धोनी का दूसरा अर्धशतक उनके लिए भुलाने वाला रहा।