भारतीय क्रिकेट के दो दिग्गज खिलाड़ी महेंद्र सिंह धोनी और सुरेश रैना ने कल अचानक संन्यास लेकर अपने फैन्स की आंखे नम कर दी। धोनी ने अपने रिटायरमेंट का ऐलान सोशल मीडिया पर पल दो पल का शायर वीडियो पोस्ट करके किया। इस वीडियो के साथ उन्होंने लिखा कि 7 बजकर 29 मिनट के बाद उन्हें रिटायर समझा जाए। इसके कुछ ही देर बाद उनके साथ सुरेश रैना ने भी अपने रिटायरमेंट का ऐलान कर दिया।
रैना ने इंस्टाग्राम पर एक तस्वीर पोस्ट की जिसके साथ उन्होंने लिखा था, ''यह कुछ भी नहीं था लेकिन धोनी आपके साथ खेलने का मैंने बहुत लुफ्त उठाया। मुझे इस बात का गर्व है। मैंने आपके राह पर चलने का फैसला किया। थैंक यू इंडिया, जय हिंद।''
धोनी की तरह अब रैना ने भी अपने क्रिकेट करियर पर एक वीडियो बनाया है जिसे उन्होंने अपने सोशल मीडिया पर फैन्स के साथ साझा किया है। इस वीडियो में रैना ने 'कुछ तो बता जिंदगी' गाना बैकग्राउंड में लगाया है। इस वीडियो में उन्होंने टीम इंडिया के लिए अपने डेब्यू, सीएसके के साथ बिताए शानदार पल, अपनी लाजवाब फील्डिंग के साथ वर्ल्ड कप 2011 की भी यादें ताजा की है।
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आइए आप भी देखें वीडियो
आपको बता दें कि भारतीय टीम में धोनी और रैना एक साथ खेलने के साथ ही वे इंडियन प्रीमियर लीग में चेन्नई सुपरकिंग्स के लिए भी साथ खेलते हैं। यही कारण है कि इन दोनों के बीच की दोस्ती को जय-वीरू की तरह मााना जाता है।
टीम इंडिया में इससे पहले भी कई ऐसी जोड़ियां हुई जिनकी दोस्ती के खूब चर्चे हुए लेकिन ऐसा कभी नहीं हुआ कोई भी दो साथी खिलाड़ियोंने एक ही दिन क्रिकेट को अलविदा कहने का फैसला लिया।
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धोनी और रैना की दोस्ती का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि सीएसके के फैंस धोनी को थाला जबकि रैना को चिन्ना थाला कहकर पुकारते हैं। दक्षिण भारत में थाला का मतलब नेता या फिर नेतृत्वकर्ता होता है जबकि चिन्ना थाला का अर्थ उससे छोटा है।
तमिल शब्द थाला के कई अर्थ हैं, जैसे कि किसी दल का नेतृत्व करने वाला, विषम परिस्थितियों से लड़ कर सफलता को छूने वाला, वैसा व्यक्ति जो कि अपने सादेपन (सिम्पलीसिटी) के लिए जाना जाता हो इत्यादि। ऐसा में देखा जाए तो थाला शब्द का अर्थ धोनी के व्यक्तित्व से काफी मिलता जुलता है।
इसके अलावा क्रिकेट के मैदान पर भी इनकी दोस्ती खूब दिखती थी। खास तौर से मध्यक्रम में बल्लेबाजी के दौरान दोनों विकेट के बीच इतने तेज दौड़ते थे कि इनके बीच का तालमेल देखते ही बनता था।
हालांकि कई बार धोनी और रैना की दोस्ती को लेकर कुछ सवाल भी खड़े हुए। खास तौर से धोनी की कप्तानी में रैना को उस में भारतीय टीम में लगातार मौके मिले थे जब वह फॉर्म से बाहर चल रहे थे। उस दौरान यह कहा गया कि धोनी अपनी दोस्ती निभाने के लिए रैना को टीम में मौका दे रहे हैं।