बीसीसीआई पूर्व चयनकर्ता कृष्णम्माचारी श्रीकांत ने महेंद्र सिंह धोनी को घरेलू टेस्ट क्रिकेट में सौरव गांगुली से बेहतर कप्तान बताया है। सौरव गांगुली और महेंद्र सिंह धोनी, दोनों ही कप्तानों की गिनती भारत के सर्वश्रेष्ठ कप्तानों में की जाती है। गांगुली ने जहां युवा टीम खड़ी कर देश-विदेश में खिलाड़ियों को जीतना सिखाया, वहीं धोनी ने भारत को आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में नंबर 1 बनाने के साथ दो वर्ल्ड कप भी जिताए।
स्टार सपोर्ट्स के एक शो पर श्रीकांत ने कहा "यह तुलना काफी कठिन है। मेरा मानना है कि 2001 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में गांगुली शानदार थे। उन्होंने वापसी करते हुए स्टीव वॉग की टीम को मात दी थी।"
गांगुली की तारीफ करते हुए श्रीकांत ने कहा "गांगुली ने बहुत मुश्किल वक्त में कप्तानी संभाली। उन्होंने भारतीय क्रिकेट में बदलाव की प्रक्रिया को शुरू किया। उन्होंने भारतीय टीम की पूरी मानसिकता को बदलकर रख दिया।"
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1983 वर्ल्ड कप विजेता टीम के इस खिलाड़ी का मानना है कि सौरव गांगुली की तरह महेंद्र सिंह धोनी के पास कुंबले और हरभजन सिंह जैसे बड़े खिलाड़ी नहीं थे।
श्रीकांत ने आगे कहा "“लेकिन कुल मिलाकर, लंबी घरेलू श्रृंखला में किसका प्रभाव अधिक रहा है? निश्चित रूप से, मुझे लगता है कि एमएस धोनी। सौरव को हरभजन सिंह और अनिल कुंबले के खेलने पर फायदा हुआ। धोनी के पास वह विलासिता नहीं थी। अगर आप होम ट्रैक रिकॉर्ड देखते हैं, तो निश्चित रूप से मुझे लगता है कि धोनी बेहतर थे।"
अगर आंकड़ों की बात करें तो घरेलू टेस्ट मुकाबलों में बतौर कप्तान धोनी का गांगुली से रिकॉर्ड अच्छा था। धोनी ने भारत में 30 मैचों में कप्तानी करते हुए 21 मैच जीते हैं वहीं गांगुली 21 में से 10 टेस्ट मैच जीतने में सफल रहे हैं।