मोहाली: दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ कल से शुरू हो रही टेस्ट श्रृंखला में भारत भले ही अपने स्पिनरों पर निर्भर हो लेकिन मेहमान कप्तान हाशिम अमला ने आज कहा कि वह अपनी पारंपरिक ताक़त तेज़ गेंदबाज़ी पर ही भरोसा करेंगे।
अमला ने मैच की पूर्व संध्या पर पत्रकारों से कहा, दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाजों ने हमेशा अच्छा प्रदर्शन किया है। आपके पास जब डेल स्टेन, वेर्नोन फिलैंडर, मोर्नी मोर्कल और कागिसो रबाडा जैसे गेंदबाज हैं तो आप काफी खुशकिस्मत हैं। हमारे तेज गेंदबाजों ने उपमहाद्वीप में भी अच्छा प्रदर्शन किया है।
उन्होंने कहा टर्निंग पिचों पर भी हमारे पास जेपी डुमिनी है हालांकि वह पहले टेस्ट में नहीं खेल रहे हैं । मैने कहा है कि पिछले 15 साल से हमारी ताक़त हमारे तेज़ गेंदबाज़ रहे हैं। वे यहां भी हमारे लिये अपने काम को बखूबी अंजाम देंगे।
उन्होंने कहा , हमारे स्पिनर भी मानसिक और तकनीकी तौर पर आक्रामक और रक्षात्मक गेंदबाजी करना सीख गए हैं। विकेट टर्न लेगा तो स्पिनरों की भूमिका बढ जायेगी और वे आक्रामक हो जायेंगे।
भारत को उसकी सरज़मीं पर हराने की अपनी इच्छा के बारे में उन्होंने कहा, मेरा मानना है कि जब से मैने खेलना शुरू किया है, तब से इतिहास रचने की दहलीज़ पर रहा हूं। हमने कई टेस्ट श्रृंखलायें खेली जो यादगार रही। हम भारत में श्रृंखला जीतना चाहते हैं क्योंकि यहां कभी टेस्ट श्रृंखला नहीं जीते हैं।
अमला ने कहा , श्रीलंका के खिलाफ श्रृंखला काफी चुनौतीपूर्ण थी जो बतौर कप्तान मेरी पहली श्रृंखला भी थी । भारत के मामले में भी ऐसा ही है। भारत के खिलाफ उसकी धरती पर खेलना हर टीम के लिये चुनौतीपूर्ण होता है। हम इसका पूरा मजा लेंगे।
अमला का टी20 और वनडे श्रृंखला में प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा लेकिन उनका मानना है कि उन्हें फार्म में लौटने के लिये सिर्फ एक बड़ी पारी की ज़रूरत है।
उन्होंने कहा, मैं वनडे में रन बनाना चाहता था लेकिन मेरा मानना है कि जब आप रन नहीं बना पा रहे तो हमेशा एक बड़ी पारी इंतजार कर रही होती है । आप उसी तरह से अभ्यास करते हैं और उतनी ही मेहनत करते हैं।
उन्होंने टीम संयोजन का खुलासा नहीं किया लेकिन कहा कि डुमिनी नहीं खेलेंगे जिन्हें तीसरे वनडे के दौरान चोट लगी थी। उन्होंने कहा, जेपी पहला टेस्ट नहीं खेलेगा। हमने अभी तक टीम तय नहीं की है। हम आज रात इस बारे में बात करेंगे। कल यह तय होगा कि मोर्नी मोर्कल सौ फीसदी फिट हैं या नहीं।