इंग्लैंड के ऑलराउंडर मोईन अली ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने का फैसला कर लिया है। इसी के साथ क्रिकेट के सबसे लंबे प्रारूप में मोईन के 7 साल के करियर पर विराम लग गया। बर्मिंघम में जन्में मोईन ने 12 जून 2014 को श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट में अपना डेब्यू किया था और पिछले कुछ सालों से लगातार गेंद और बल्ले दोनों से इंग्लिश टेस्ट टीम की सेवा कर रहे थे। हालांकि इस दौरान फॉर्म के चलते उनका टीम से अंदर और बाहर होने का सिलसिला जारी था।
मोईन अली की गिनती उन खास ऑलराउंडरों में होती है जिन्होंने टेस्ट में 1000 रन बनाने के अलावा 100 विकेट लेने का कारनामा किया है। यही नहीं, मोईन उस 17 ऑलराउंडरों के क्लब में भी शामिल हैं जिनके नाम एक टेस्ट सीरीज में 250 से ज्यादा रन बनाने के अलावा 20 विकेट लेने का रिकॉर्ड दर्ज है। अली ने ये कारनामा 2017 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ 4 टेस्ट मैचों की सीरीज में किया था। इस सीरीज में उन्होंने 252 रन बनाने के साथ-साथ 25 विकेट अपने नाम किए थे जिसमें 53 रन देकर 6 विकेट उनका एक पारी में बेस्ट गेंदबाजी प्रदर्शन था।
मोईन अली के टेस्ट करियर की बात की जाए तो उन्होंने इंग्लैंड के लिए 111 टेस्ट पारियों में 28.29 की औसत से 2914 रन बनाए। इस दौरान उनके बल्ले से 5 शतक और 14 अर्धशतक निकले। गेंदबाजी में भी उन्होंने बेहतरीन प्रदर्शन किया और 36.66 की औसत से कुल 195 विकेट झटके। इस तरह वह टेस्ट में 3000 रन और 200 विकेट पूरे करने के मामलें में बस थोड़े अंतर से चूक गए।
मोईन अली उन चुनिंदा ऑलराउंडरों में से एक है जिन्होंने भारतीय टीम को काफी परेशान किया। मोईन के टेस्ट करियर में कुल 5 शतकों में से 2 शतक भारत के खिलाफ जड़े। इन शतकों की मदद से वह भारत के खिलाफ16 टेस्ट में 29.07 की औसत से 756 रन बनाने में कामयाब रहे। इस तरह उन्होंने सबसे ज्यादा रन भारत के खिलाफ ही बनाए।
गेंदबाजी से भी उन्होंने टीम इंडिया के बल्लेबाजों को काफी परेशान किया और 55 बार भारतीय बल्लेबाजों को अपना शिकार बनाया। भारत के खिलाफ उनका एक पारी में बेस्ट गेंदबाजी प्रदर्शन 67 रन देकर 6 विकेट रहा।
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