भारतीय महिला वनडे कप्तान मिताली राज ने अपनी धीमी स्ट्राइक रेट की आलोचना का जवाब देते हुए कहा कि वह लोगों से सलाह नहीं मांगतीं क्योंकि वह टीम में अपनी भूमिका जानती हैं। तीसरे वनडे में इंग्लैंड के पूर्व बल्लेबाज चार्लोट एडवर्डस को पछाड़ते हुए शनिवार को सभी प्रारूपों में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाली मिताली ने मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि, "मैंने पढ़ा है कि आलोचना मेरे स्ट्राइक के बारे में है लेकिन जैसा कि मैंने पहले भी कहा है, मैं लोगों से सलाह नहीं चाहती। मैं लंबे समय से खेल रही हूं और मुझे पता है कि टीम में मेरी एक निश्चित जिम्मेदारी है।"
38 वर्षीय मिताली चार्लोट द्वारा बनाए गए 10,273 रनों से आगे निकल गईं। मिताली की बल्लेबाजी के बूते भारत ने तीसरे वनडे में इंग्लैंड को हराया लेकिन वह सीरीज 1-2 से हार गया।
तीसरे एकदिवसीय मैच में मिताली ने नाबाद 86 गेंदों में 75 रन बनाए। मिताली ने पहले वनडे में 66.66 के स्ट्राइक रेट से 72 रन के लिए 108 गेंदें खाई थीं, जबकि दूसरे मैच में उन्होंने 92 गेंदों में 64.13 के स्ट्राइक रेट से 59 रन बनाए थे।
कप्तान ने कहा कि वह केवल टीम प्रबंधन के निर्देशों का पालन कर रही हैं।
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उन्होंने कहा, "यही वह काम है जो मुझे कोच ने दिया है और मैं इसमें रमने के लिए तैयार हूं क्योंकि किसी समय मुझे पता है कि शीर्ष क्रम पहले से ही डगआउट में है और मेरे लिए स्थिति को समझना महत्वपूर्ण था और कैसे मैं पैंतरेबाजी कर सकती हूं और आने वाले बल्लेबाजों के साथ मैच को जितना संभव हो उतना करीब लाने की कोशिश कर सकती हूं।"