नई दिल्ली। भारतीय महिला टी20 टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर और वनडे टीम की कप्तान मिताली राज ने सोमवार को बीसीसीआई के शीर्ष अधिकारियों से मुलाकात करके चयन मामले में अपनी राय रखी। भारत के विश्व टी20 सेमीफाइनल में इंग्लैंड के हाथों हार के बाद टीम चयन को लेकर विवाद पैदा हो गया। मिताली को फिट होने के बावजूद टीम से बाहर रखा गया था और हरमनप्रीत ने रविवार को आठ विकेट से शर्मनाक हार के बावजूद इस फैसले को जायज ठहराया था।
ये दोनों सीनियर खिलाड़ी और मैनेजर तृप्ति भट्टाचार्य ने बीसीसीआई सीईओ राहुल जोहरी और महाप्रबंधक (क्रिकेट संचालन) सबा करीम से मुलाकात की।
जोहरी ने पीटीआई से कहा, ‘‘हां, हम (जोहरी और करीम) मिताली, हरमन और मैनेजर तृप्ति भट्टाचार्य से मिले। इन सभी ने हमसे अलग अलग मुलाकात की और अपनी राय रखी। हमने सब कुछ नोट किया है।’’
उन्होंने हालांकि बैठक के बारे में विस्तार से जानकारी देने से इन्कार कर दिया। जोहरी ने कहा, ‘‘कृपया मुझसे यह नहीं पूछें कि बैठक के दौरान क्या चर्चा हुई थी।’’ उम्मीद के मुताबिक जोहरी और करीम प्रशासकों की समिति (सीओए) के सामने विस्तृत रिपोर्ट रखेंगे जो इसका आकलन करेंगे और जरूरत पड़ी तो संबंधित व्यक्तियों से बात करेंगे।
अटकल लगायी जा रही है कि सीओए के एक सदस्य ने मिताली से बात की लेकिन इसकी पुष्टि नहीं हो पायी। महिला टीम के कोच रमेश पोवार बुधवार को जोहरी और करीम से मुलाकात कर सकते हैं। इसको भले ही एंटीगा में चयन मसले से नहीं जोड़ा जाना चाहिए लेकिन पोवार के अनुबंध का नवीनीकरण होने की संभावना नहीं है। उनका अंतरिम अनुबंध 30 नवंबर को समाप्त हो रहा है।
बीसीसीआई कोच पद के लिये नये आवेदन जारी करने की अपनी रणनीति पर कायम रहेगा और पोवार भी इसके लिए आवेदन कर सकते हैं।
इसकी भी पूरी संभावना है कि मिताली फिर से भारत की तरफ से सबसे छोटे प्रारूप में नहीं खेले और झूलन गोस्वामी की तरह केवल 50 ओवर की क्रिकेट पर ध्यान केंद्रित करे।