ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क ने 2018 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ दूसरे क्रिकेट टेस्ट की वीडियो फुटेज सौंपी है जिससे कि यह साबित हो सके कि उन्हें खेलने के दौरान चोट लगी और कोलकाता नाइट राइडर्स की ओर से इंडियन प्रीमियर में नहीं खेल पाने के कारण वह 15 लाख 30 हजार डॉलर की बीमा राशि के हकदार हैं।
स्टार्क ने बीमा कंपनी के खिलाफ पिछले साल अप्रैल में मामला दर्ज कराया था। बीमाकर्ता ने हालांकि इस बात का विरोध किया था कि चोट पोर्ट एलिजाबेथ में दूसरे टेस्ट के दौरान लगी। ‘सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड’ की खबर के अनुसार दीवानी मामले की सुनवाई 12 अगस्त से होगी। दोनों पक्षों के बीच पिछले महीने मध्यस्थता की कोशिशें नाकाम हो गईं जब स्टार्क के मैनेजर एंड्रयू फ्रेजर ने फॉक्स स्पोर्ट्स की वीडियो फुटेज मुहैया कराई जिसमें यह तेज गेंदबाज दूसरे टेस्ट के दौरान गेंदबाजी कर रहा था।
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आईपीएल 2018 से पहले बायें हाथ के इस तेज गेंदबाज को नाइट राइडर्स ने 18 लाख डॉलर में अनुबंधित किया था। समाचार पत्र की खबर के अनुसार, ‘‘यह विलंब इसलिए हुआ क्योंकि बीमा कंपनी के वकीलों ने कहा कि उन्हें 10 मार्च से फुटेज का आकलन करने का पर्याप्त समय नहीं मिला। इसमें एक फुटेज एक मिनट 37 सेकेंड जबकि दूसरी सात मिनट 25 सेकेंड की है।’’
हालांकि स्टार्क की कानूनी टीम ने कहा है कि बीमा कंपनी के पास मामले की समीक्षा करने और फुटेज की मांग करने के लिए 13 महीने का समय था। स्टार्क को साबित करना होगा कि उन्हें ज्ञात स्थान और समय पर एकमात्र और अचानक चोट लगी।
स्टार्क सीरीज का तीसरा टेस्ट खेले थे। दोनों पक्षों ने अपना पक्ष रखते हुए मेडिकल रिपोर्ट सौंपी हैं।