ऑस्ट्रेलिया के मुख्य चयनकर्ता जॉर्ज बेली ने कहा कि जब एशेज सीरीज के लिए टीम चुनी जायेगी तो टी20 विश्व कप के फाइनल में मिचेल मार्श की शानदार पारी को ‘ज्यादा तरजीह नहीं मिलेगी’ क्योंकि दोनों पूरी तरह से अलग प्रारूप हैं। मार्श की 50 गेंद में 77 रन की पारी से ऑस्ट्रेलिया ने रविवार को दुबई में न्यूजीलैंड को आठ विकेट से हराकर पहली बार टी20 विश्व कप का खिताब अपने नाम किया।
मार्श ने टी20 विश्व कप के छह मैचों में लगभग 62 की औसत से 185 रन बनाए, जिसके बाद इयान हीली जैसे पूर्व ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज ने पारंपरिक प्रतिद्वंद्वी इंग्लैंड के खिलाफ आगामी चुनौती के लिए टीम में उनके चयन का समर्थन किया।
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बेली से हालांकि जब फाइनल में मैन ऑफ द मैच रहे इस 31 साल के खिलाड़ी के चयन के बारे में पूछा गया तो उन्होंने प्रतिबद्धता जताने से इनकार कर दिया।
बेली ने ‘ एनईएन ड्वेन वर्ल्ड ’ से सोमवार को कहा, ‘‘ ईमानदारी से कहूं तो उस प्रदर्शन को ज्यादा तरजीह नहीं दी जायेगी। वे (टी20 और टेस्ट) एक दूसरे से काफी अलग है। कई बार आंतरिक तौर पर हम मजाक में कहते है कि ऐसा लगता है दोनों अलग खेल है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ दोनों में समानता नहीं है लेकिन आप अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खिलाड़ियों को अच्छा करते देखना चाहते है क्योंकि इससे उन्हें आत्मविश्वास मिलता है।’’
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बेली ने कहा, ‘‘ मुझे लगता है कि यह जरूरी नहीं कि किसी का एक प्रारूप की लय दूसरे में भी जारी रहे और मुझे यह भी नहीं लगता कि टी20 विश्व कप में जीत से आपको एशेज में कोई फायदा होगा।’’
मार्श ने 32 टेस्ट खेले हैं, लेकिन टीम में जगह पक्की करने में विफल रहे है। इस प्रारूप में बल्ले से उनका औसत 25 और गेंदबाजी औसत लगभग 39 का है।