पाकिस्तान साल 1992 में इमरान खान की कप्तानी में पहली बार वर्ल्ड कप जीतने में सफल रहा था। हर पाकिस्तानी के लिए वर्ल्ड कप की ये जीत एक ऐतिहासिक पल था लेकिन पूर्व गेंदबाज वकार यूनुस के लिए ये दुखद क्षण साबित हुआ क्योंकि चोट के कारण वह वर्ल्ड कप टीम से बाहर हो गए थे। वकार विश्व कप से पहले चोटिल होने के कारण पाकिस्तान की टीम का हिस्सा नहीं बन पाए और उन्हें घर पर बैठकर ही पाकिस्तान को वर्ल्ड चैंपियन बनते हुए देखना पड़ा था।
क्रिकेट पाकिस्तान की रिपोर्ट के अनुसार, यूनुस ने क्रिकेट बेजर पोस्टकार्ड के दौरान कहा, " वह (टूर्नामेंट) मेरे लिए सही समय नहीं था। मैं चोटिल हो गया था। टूर्नामेंट से पहले ही मेरी पीठ में खिंचाव आ गया था।" उन्होंने कहा, "मैं टीम के साथ उस दौरे पर था। एक अभ्यास मैच के दौरान मेरे पिछले हिस्से में चोट लग गई और इसके बाद मैं वर्ल्ड कप का हिस्सा नहीं बन सका।"
यूनुस ने कहा, "यह मेरे लिए संभवत: सबसे खराब समय था क्योंकि उस समय मैं अपने खेल के टॉप फॉर्म में था। मैं शानदार गेंदबाजी कर रहा था और मेरे टीम में होने से पाकिस्तान विश्व कप की प्रबल दावेदार थी।" उन्होंने कहा, "पाकिस्तान ने आखिरकार विश्व कप जीत लिया, लेकिन उस गौरवपूर्ण क्षण से बाहर रहना, मेरे लिए ज्यादा खुशी का क्षण नहीं था।"
गौरतलब है कि वकार यूनुस ने पाकिस्तान के लिए 87 टेस्ट में 373 विकेट और 262 वनडे इंटरनेशनल में 416 विकेट हासिल किए। वसीम अकरम और वकार यूनुस की जोड़ी को एक समय दुनिया की सबसे खतरनाक तेज गेंदबाजों की जोड़ी माना जाता था।
(With IANS inputs)