पाकिस्तान के मुख्य कोच और चीफ सेलेक्टर्स मिस्बाह उल हक ने पीसीबी के नए सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। मिस्बाह उल हक को जब से पाकिस्तानी टीम में जिम्मेदारी मिली है उन्होंने कई सारे बदलाव के मूहीम चलाए हैं जिसमें सेंट्रेल कॉन्ट्रैक्ट से सीनियर खिलाड़ियों को बाहर किया जाना भी शामिल है। पीसीबी के सालाना करारा में वहाब रिजाज, मोहम्मद आमिर और हसन अली जैसे खिलाड़ियों को शामिल नहीं किया गया है।
टीम मैनेजमेंट के इस फैसले के बाद अब इसकी काफी आलोचना की जा रही है। हालांकि मिस्बाह ने इस पर अपनी सफाई देते हुए कहा कि यह तीनों खिलाड़ी बेशक कॉन्ट्रैक्ट में शामिल नहीं लेकिन भविष्य में इनके लिए टीम के रास्ते खुले हुए हैं।
यह भी पढ़ें- बाबर आजम को क्यों चुना गया पाकिस्तान का कप्तान, मिस्बाह उल हक ने बताई वजह
हसन अली तो बोर्ड के फैसले से इतने आहत हुए कि उन्होंने एक ट्वीट कर अपनी नाराजगी भी जताई लेकिन फौरन ही उन्होंने इसे हटा लिया।
मिस्बाह ने इससे पहले कहा था कि मैनेजमेंट ने यह फैसला सोच समझकर और खिलाड़ियों के पिछले प्रदर्शन को ध्यान में रख कर लिया गया है। साथ ही टीम के कुछ खिलाड़ियों के वर्कलोड पर भी इसमें ध्यान रखा गया है।
वहीं हसन अली को लेकर मिसबाह ने साफ किया कि उन्हें उनकी चोट के कारण कॉन्ट्रैक्ट शामिल नहीं किया गया। हसन पिछले साल विश्व कप के बाद से ही चोट से जूझ रहे हैं।
यह भी पढ़ें- मोईन खान के बड़े भाई नदीम बने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के हाई परफॉर्मेंस निदेशक
पीसीबी के प्रेस रिलीज में मिस्बाह ने कहा, ''चयनकर्ताओं ने सभी पहलुओं को ध्यान में रख कर अपना फैसला लिया है। आमिर, हसन और वहाब को बाहर रखने के अलग-अलग कारण हैं। आमिर और वहाब अब सिर्फ लिमिटेड ओवर्स क्रिकेट में खेलना चाहते हैं। वहीं हसन चोट की समस्या के जूझ रहे हैं। ऐसे में जो भी फैसला लिया गया उससे पहले हमने सभी तरह के पहलुओं को अपने ध्यान में रखा।''
उन्होंने कहा, ''आमिर और वहाब हमारे अनुभवी गेंदबाज हैं। जब हमें लगेगा कि उन्हें कॉन्ट्रैक्ट में शामिल करना है तो हम ऐसा जरूर करेंगे। मेरा मानना है कि वह अभी टीम के लिए काफी महत्वपूर्ण हैं और युवा खिलाड़ियों के लिए मेंटॉर के तौर पर भी वह अपना योगदान दे सकते हैं।''
वहीं हसन अली पिछले साल श्रीलंका के खिलाफ श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट सीरीज से पहले चोट के कारण टीम से बाहर से गए थे।
वहीं कई लोगों को मानना है कि आमिर और वहाब को इसलिए कॉन्ट्रैक्ट नहीं मिला क्योंकि उन्होंने पिछले साल ही यह एलान किया था कि वह टेस्ट क्रिकेट में अब नहीं खेलना चाहते हैं और अपना पूरा ध्यान क्रिकेट के छोटे फॉर्मेट पर लगाना चाहते हैं।