बर्मिंघम। वेस्टइंडीज के महान बल्लेबाज माइकल होल्डिंग ने न्यूजीलैंड के खिलाफ चल रही टेस्ट श्रृंखला में इंग्लैंड क्रिकेट टीम के ‘ मोमेंट ऑफ यूनिटी (एकजुटता दिखने का क्षण)’ की आलोचना करते हुए कहा कि यह ‘ब्लैक लाइव्स मैटर (बीएलएम)’ आंदोलन का समर्थन नहीं कर रहा था, बल्कि ‘ऑल लाइव्स मैटर (सभी का जीवन मायने रखता है)’ से जुडी सोच को दर्शा रहा है।
इंग्लैंड के खिलाड़ियों ने पिछले साल वेस्टइंडीज के खिलाफ श्रृंखला के दौरान बीएलएम (अश्वेत लोगों का जीवन मायने रखता है) आंदोलन के समय घुटने नहीं टेकने का फैसला करते हुए किसी भी नस्लवाद, धार्मिक असहिष्णुता, लिंगवाद और अन्य भेदभाव के खिलाफ संदेश वाली टी-शर्ट पहनी थी।
होल्डिंग क्रिकेट और व्यापक समुदाय में समानता का समर्थन करते है और उनका मानना इंग्लैंड के खिलाड़ी बीएलएम आंदोलन का समर्थन करने के बजाय फिर से ‘ऑल लाइव्स मैटर’ जैसा दिखावा कर रहे है। इंग्लैंड के खिलाड़ियों ने न्यूजीलैंड के खिलाफ दो जून से शुरू हुये पहले टेस्ट मैच के दौरान भी भेदभाव के खिलाफ ‘मोमेंट ऑफ यूनिटी’ का संदेश देता हुए टी-शर्ट पहना था।
होल्डिंग ने स्काई स्पोर्ट्स से कहा, ‘‘इंग्लैंड (क्रिकेट) टीम ‘मोमेंट ऑफ यूनिटी’ के साथ अभी क्या कर रही है, यह ’ब्लैक लाइव्स मैटर’ का समर्थन नहीं कर रहा है।’’
इस 67 साल के पूर्व दिग्गज ने कहा, ‘‘जब मैं कहता हूं ‘ब्लैक लाइव्स मैटर’ तो आप कहते है ‘ऑल लाइव्स मैटर’।’’
होल्डिंग ने आलोचनओं के बाद भी इंग्लैंड की फुटबॉल टीम के द्वारा घुटनों के बल बैठ कर ’ब्लैक लाइव्स मैटर’ के समर्थन की तारीफ की। पिछले साल अमेरिका में श्वेत पुलिस अधिकारी के दमन से अश्वेत जॉर्ज फ्लायड की मौत के बाद दुनिया भर में नस्लवाद के मुद्दे पर बहस शुरू हुई थी।