रांची। भारतीय टेस्ट टीम में जगह बनाने को लेकर ऋद्धिमान साहा और ऋषभ पंत के बीच तगड़ी प्रतिस्पर्धा है लेकिन दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ श्रृंखला में अंतिम एकादश में जगह बनाने वाले साहा ने कहा कि इससे दोनों विकेटकीपरों के बीच रिश्ते प्रभावित नहीं हुए हैं। कंधे में चोट के कारण साहा लगभग 20 महीने तक भारतीय टीम से बाहर रहे लेकिन उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ जारी मौजूदा श्रृंखला में वापसी करते हुए शानदार प्रदर्शन किया।
साहा ने पुणे में खेले गये दूसरे टेस्ट में कुछ कमाल के कैच लपके। साहा छह दिन के बाद अपना 35वां जन्मदिन मनाएंगे। टीम के अभ्यास सत्र के दौरान साहा को कई बार पंत की मदद करते देखा गया। श्रृंखला के तीसरे और आखिरी टेस्ट की पूर्व संध्या पर जब साहा से पूछा गया कि क्या वह पंत के मेंटोर की भूमिका निभा रहे हैं तो उन्होंने कहा, ‘‘ नहीं, ऐसा कुछ नहीं है। हम बस वैसी ही चर्चा करते हैं जैसे विकेटकीपर आपस में करते हैं। श्रीधर (क्षेत्ररक्षक कोच), पंत और मैं मिलकर फैसला करते हैं कि किस तरह के विकेट पर कैसी कीपिंग करनी है।’’
साहा ने कहा कि उनके बीच तालमेल अच्छा है जो एक साथ काम करने को आसान बनाता है। उन्होंने कहा, ‘‘हम हमेशा एक-दूसरे की विकेटकीपिंग को देखते हैं। हम अपने अभ्यास सत्र में कड़ी मेहनत करते हैं और हमारे बीच अच्छी समझ और समन्वय है। हम हमेशा एक-दूसरे की गलतियों को बताने की कोशिश करते हैं। यह अब तक अच्छा चल रहा है।’’ साहा नेट सत्र के दौरान भारतीय कप्तान विराट कोहली की बल्लेबाजी को करीब से देख रहे थे।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं विकट की उछाल को भांपने की कोशिश कर रहा था। इसलिए मैं कोहली के पीछ खड़ा था, इससे मदद मिलती है।’’ साहा को दुनिया के सर्वश्रेष्ठ कीपरों में गिना जाता है लेकिन बीसीसीआई के निर्वाचित अध्यक्ष सौरव गांगुली का भी मानना है कि उन्हें बल्लेबाजी में सुधार करना होगा।
साहा ने कहा, ‘‘टीम में जो भी खेलता है वह योगदान करना चाहता है। एक विकेटकीपर के तौर पर मैं मैदान पर कुछ समय बिताना चाहता हूं और अगर क्रीज पर मौजूद रहा तो मेरी कोशिश साझेदारी बनाने और अर्धशतक लगाने की होती है। हर कोई ऐसी कोशिश ही करता है। कभी बात बनती है कभी नहीं।"
साहा ने कहा कि पिछली बार जब वह इस मैदान पर टेस्ट खेले तो उन्होंने शतक लगाया था। यह मुकाबला मार्च 2017 में आस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला गया था जो ड्रा पर छूटा था। उन्होंने कहा कि भारतीय टीम मौजूदा श्रृंखला में 2-0 से आगे है और उसकी कोशिश दक्षिण अफ्रीकी टीम के खिलाफ सूपड़ा साफ करने की होगी। उन्होंने कहा, ‘‘इस मैदान से पिछले मैच की मेरी अच्छी यादें जुड़ी हुई है। मैंने 117 रन बनाये थे। मुझे याद है कि मैंने पारी को कैसे आगे बढ़ाया था। मुझे स्टीव स्मिथ (पहली पारी में नाबाद 178) की पारी भी याद है। पिछली बार हमने ड्रा किया था। इस बार हम 2-0 से आगे हैं और इसे 3-0 करने की कोशिश करेंगे।’’
साहा ने पूर्व कप्तान सौरव गांगुली के बीसीसीआई अध्यक्ष चुने जाने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वह भारतीय क्रिकेट में कई सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं। गांगुली के नेतृत्व वाली बंगाल टीम का हिस्सा रहे साहा ने इसे खिलाड़ियों के लिये फायदेमंद बताते हुए कहा, ‘‘उन्हें खिलाड़ियों की जरूरत के बारे में पता है। एक खिलाड़ी के तौर पर और खासकर टीम को इसका फायदा होगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे उम्मीद है कि दादा (गांगुली) की नई भूमिका के बाद खिलाड़ियों को काफी फायदा होगा, खासकर मौजूदा परिस्थितियों में। उन्होंने लंबे समय तक देश का प्रतिनिधित्व किया और फिर एक खिलाड़ी और कप्तान के रूप में अपना प्रभुत्व बनाया।’’