मुंबई: मुंबई क्रिकेट संघ (एमसीए) ने रविवार को हिंदी फिल्मों के स्टार अभिनेता शाहरुख खान पर वानखेड़े स्टेडियम में प्रवेश पर लगे प्रतिबंध को तय समय से तीन वर्ष पहले ही वापस ले लिया। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की टीम कोलकाता नाइट राइडर्स के मालिक शाहरुख पर एक सुरक्षाकर्मी के साथ दुर्व्यवहार करने के कारण 2012 में वानखेड़े स्टेडियम में प्रवेश से प्रतिबंध लगा दिया गया था।
यह घटना आईपीएल के पांचवें संस्करण में नाइट राइडर्स और मुंबई इंडियंस के बीच मैच के दौरान घटी इस घटना के बाद शाहरुख पर पांच वर्षो का प्रतिबंध लगाया गया था।
एमसीए के उपाध्यक्ष आशीष सेल्हर ने कहा, "एमसीए की प्रबंधकीय कमिटी ने शाहरुख पर वानखेड़े स्टेडियम में प्रवेश पर लगाए गए प्रतिबंध को तीन वर्ष पहले वापस लेने का निर्णय किया।"
उन्होंने कहा, "एमसीए के अध्यक्ष शरद पवार और मेरे प्रस्ताव पर प्रबंधकीय कमिटी ने प्रतिबंध हटाने का फैसला किया। उन पर यह प्रतिबंध कई वर्षो से लगा हुआ था, ऐसे में हमें किसी पर इस तरह का प्रतिबंध लगाए रहना ठीक नहीं लग रहा था। इसलिए हमने प्रतिबंध हटाने का फैसला किया।"
शाहरुख पर 18 मई को विलासराव देशमुख की अध्यक्षता वाली प्रबंधकीय कमिटी ने एमसीए के स्वामित्व वाले वानखेड़े स्टेडियम में प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया था।
उल्लेखनीय है कि शाहरुख कैरेबियाई प्रीमीयर लीग (सीपीएल) की त्रिनिदाद एवं टोबैगो टीम के भी मालिक हैं, जिसने इस वर्ष खिताबी जीत हासिल की।
शाहरुख से यह प्रतिबंध पिछले वर्ष आईपीएल के सिर्फ फाइनल मैच के लिए अस्थायी तौर पर हटा लिया गया था।
शाहरुख ने हालांकि सुरक्षाकर्मी के साथ किसी तरह की अभद्रता के आरोप से इनकार किया था और कहा था कि सुरक्षाकर्मी द्वारा कुछ बच्चों के साथ धक्का-मुक्की करने पर उन्होंने सिर्फ अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की थी।