नई दिल्ली। दक्षिण अफ्रीका वनडे श्रृंखला के लिये बीसीसीआई कमेंटरी पैनल से हटाये गये भारत के पूर्व बल्लेबाज संजय मांजरेकर ने रविवार को कहा कि वह हमेशा कमेंटरी को सम्मान मानते आये हैं और पेशेवर होने के नाते इस फैसले को स्वीकार करते हैं। मांजरेकर हाल में कमेंटरी के दौरान अपने कुछ विचारों से विवादों में फंस गये और दक्षिण अफ्रीका श्रृंखला के लिये उन्हें बीसीसीआई के कमेंटरी पैनल से हटा दिया गया।
मांजरेकर ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, ‘‘मैंने हमेशा ही कमेंटरी को सम्मान माना है लेकिन कभी मैंने खुद को इसका हकदार नहीं माना।’’ इस 54 साल के पूर्व खिलाड़ी ने कहा, ‘‘यह मेरे नियोक्ता पर निर्भर है कि वे मुझे इस काम के लिये चुनते हैं या नहीं और मैं हमेशा ही इसका सम्मान करूंगा। शायद पिछले कुछ समय से बीसीसीआई मेरे काम से खुश नहीं था। बतौर पेशेवर मैं इसे स्वीकार करता हूं।’’
मांजरेकर ने भारत के लिये 37 टेस्ट और 74 वनडे खेले हैं। पिछले साल विश्व कप के दौरान उन्होंने रविंद्र जडेजा को टुकड़ों में प्रदर्शन करना वाला खिलाड़ी कहा था और सौराष्ट्र के इस आल राउंडर को यह बात पसंद नहीं आयी थी जिन्होंने भी मुंबई के इस क्रिकेटर की काबिलियत पर सवाल उठाये थे।
मांजरेकर ने बाद में स्वीकार किया था कि उन्होंने जडेजा पर गैर जरूरी टिप्पणी की। उन्होंने ‘पिंक टेस्ट’ के दौरान भी साथी कमेंटेटर हर्षा भोगले की काबिलियत पर सवाल उठाये क्योंकि वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में नहीं खेले थे जिसके बाद भी उन्हें माफी मांगनी पड़ी थी।