ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपने डेब्यू मैच में ही शानदार बल्लेबाजी करने वाले भारतीय ओपनर बल्लेबाज मयंक अग्रवाल की हर कोई तारीफ कर रहा है। पुर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान माइकल क्लार्क ने मयंक अग्रवाल की जमकर तारीफ की है। उन्होंने यहां तक कह दिया कि मयंक अग्रवाल ने दूसरे भारतीय बल्लेबाजों को दिखाया कि कैसे नाथन लियोन को प्रेशर में रखा जा सकता है। अपने डेब्यू मैच में 76 रनों की पारी खेलने वाले मयंक अग्रवाल ने भारतीय टीम को शानदार शुरुआत दिलाई। दरअसल अभी तर हुए पिछले दोनों मैचों में ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर नाथन लियोन भारतीय बल्लेबाजों पर कहर बनकर टूटे हैं। हालांकि इस पारी में मयंक ने उन्हें न केवल संभल कर खेला बल्कि लियोन पर जमकर प्रहार भी किए। खुद माइकल क्लार्क ने ऑस्ट्रेलियाई ऑफ स्पिनर नाथन लियोन के खिलाफ अग्रवाल के इरादों की जमकर प्रशंसा की और उनकी पारी को 'अविश्वसनीय' करार दिया।
टी-ब्रेक के दौरान क्लार्क ने सोनी स्पोर्ट्स पर शो के दौरान कहा, "जिस तरह से उन्होंने लियोन के खिलाफ बल्लेबाजी की वो मेरे लिए स्टैंडआउट थी। यदि कोई डेब्यू करता है और अपने डेब्यू मैच में ही वह 76 रन बनाता तो वह शानदार है। अविश्वसनीय प्रदर्शन था। इसलिए भी क्योंकि यह नाथन लियोन के खिलाफ उनका इरादा मजबूत था। मुझे वास्तव में लगता है कि उसने अन्य भारतीय बल्लेबाजों को दिखाया कि कैसे नाथन लियोन को दबाव में रखा जाए।" क्लार्क ने कहा, "उसने नाथन को राउंड द विकेट गेंदबाजी करने पर मजबूर कर दिया जोकि नाथन कम पसंद करता है। नाथन पहले दो टेस्ट मैचों में अच्छी गेंदबाजी करने में सक्षम रहे हैं, लेकिन इस बार अग्रवाल) ने विकेट के दोनों तरफ रन बनाए।"
नियमित ओपनर केएल राहुल और मुरली विजय के फ्लॉप होने के बाद भारतीय टीम नई ओपनिंग जोड़ी के साथ मैदान में उतरी। क्लार्क ने आगे कहा, "मुझे ये फैक्ट काफी अच्छा लगा कि उसने भारतीय टीम को खुद को चयन करने पर मजबूर कर दिया। यह दिखाता है कि भारत किस तरह से बार-बार क्लास बल्लेबाज प्रोड्यूस करता रहता है। आपको ऐसे लोगों की जरूरत है जो अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से दूर होकर भी रन बनाएं और टीम में चयन की दस्तक दें। उसने दिखाया कि वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में भी अच्छा खेल सकता है।
हनुमा विहारी के साथ ओपनिंग करने वाले मयंक अग्रवाल को भले ही हनुमा विहारी का साथ ज्यादा देर तक नहीं मिला हो लेकिन उन्होंने पुजारा के साथ मिलकर दूसरे विकेट के लिए 83 रनों की साझेदारी की। इस साझेदारी को भी कमिंस ने तोड़ा। तेज गेंदबाज ने 123 के कुल स्कोर पर मयंक को विकेट के पीछे टिम पेन के हाथों कैच कराया। कमिंस की लेग स्टम्प पर पटकी गई गेंद मयंक के ग्लव्स को छूती हुई पेन के दस्तानों में जा समाई। मयंक ने अपनी शानदार पारी में 161 गेंदें खेली जिनमें से आठ पर चौके और एक पर छक्का मारा। उन्होंने 76 रन बनाए।