एक समय पर क्रिकेट को ज्यादातर दिग्गज बल्लेबाजी या फिर गेंदबाजी का खेल मानते थे। लेकिन इस खेल में सबसे पहली बार फील्डिंग की परिभाषा साउथ अफ्रीका के पूर्व खिलाड़ी जोंटी रोड्स ने दी थी। उन्होने विश्व क्रिकेट को ये दिखाया था कि जैसे बल्लेबाजी से रन बनाये जा सकते हैं वैसे ही उच्च स्तर की फील्डिंग से रन बचाए जा भी जा सकते हैं। जिसके बाद से क्रिकेट दुनिया में तमाम फील्डर निकलकर सामने आए। इतना ही नहीं विश्व क्रिकेट में फील्डिंग का स्तर ऊँचा उठता चला गया। यही कारण है कि अब क्रिकेट के मैदान में फील्डिंग को लेकर टीमें काफी अलर्ट रहती हैं। इसी बीच ऑस्ट्रेलिया में खेले जा रहे घरेलू क्रिकेट में उनके खिलाड़ी मार्नस लाबुशेन ने फील्डिंग का ही ऐसा बेजोड़ नमूना पेश किया है कि फैंस को एक बार फिर जोंटी रोड्स की याद आ गई।
दरअसल, ऑस्ट्रेलिया में इन दिनों ऑस्ट्रेलिया में इन दिनों घरेलू वनडे कप खेला जा रहा है। जिसमें तस्मानिया और क्वीन्सलैंड के बीच मैच ( खबर लिखे जाने तक ) जारी है। इस मैच के दैरान टिम पेन की कप्तानी वाली तस्मानिया को क्वीन्सलैंड के द्वारा टॉस जीतने के बाद पहले बल्लेबाजी करने आना पड़ा।
तभी मैच के दौरान पारी के 33वें ओवर में क्वीन्सलैंड के बिली स्टैनलेक गेंदबाजी करने आए। ऐसे में उनकी पहली गेंद पर हल्के हाथों से शॉट खेलने के बाद जॉर्डन सिल्क ने एक रन चुराना चाहा। उनके सामनी की तरफ मौजूद टॉम एंड्रू भी रन के लिए भाग पड़े। ऐसे में पॉइंट की दिशा से भागते हुए आकर मार्नस लाबुशेन ने हवा में डाइव् लगाई और उन्हें रन आउट कर डाला। जो बिल्कुल एक समय के जोंटी रोड्स द्वारा किए गये रन आउट की याद दिलाता है।
जोंटी रोड्स का ऐतिहासिक रन आउट -
इस तरह लाबुशेन की धाकड़ फील्डिंग से एंड्रू 4 गेंद में 1 रन बनाकर चलते बने। वहीं क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने लाबुशेन के रन आउट का विडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है जो तेजी से वायरल हो रहा है।
वहीं मैच की बात करें तो खबर लिखे जाने तक तस्मानिया की टीम 50 ओवर बलेबाजी कर चुकी थी और उसने जॉर्डन सिल्क के 77 रनों के दमपर उस्मान ख्वाजा की कप्तानी वाली क्वीन्सलैंड को 238 रनों का लक्ष्य दिया है। गेंदबाजी में क्वीन्सलैंड की तरफ से बिली स्टैनलेक से सबसे अधिक चार विकेट झटके।