ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान मार्क टेलर ने आगाह किया कि कोविड-19 के खतरे को रोकने के लिये लार के उपयोग पर प्रतिबंध से टेस्ट क्रिकेट में बल्ले और गेंद के बीच संतुलन बिगड़ सकता है। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने कोविड-19 महामारी को देखते हुए अंतरिम स्वास्थ्य उपायों के तहत गेंद पर लार लगाने पर प्रतिबंध लगा दिया है।
इसके बाद यह कहा जाने लगा है कि इससे खेल बल्लेबाजों के अधिक अनुकूल बन जाएगा। टेलर ने चैनल 9 से कहा, ‘‘मुझे लगता है कि यह थोड़ा चिंता का विषय है क्योंकि मैं विशेषकर टेस्ट क्रिकेट में चाहता हूं कि गेंद बल्ले पर थोड़ा दबदबा बनाये। जब टेस्ट क्रिकेट इस तरह से खेला जाता है तो वह बेहतर मैच होता है। ’’
इस 55 वर्षीय पूर्व ओपनर बल्लेबाज को लगता है कि गेंद पर लार नहीं लगाने से बल्लेबाज के लिये गेंद का अनुमान लगाना आसान हो जाएगा। उन्होंने कहा, ‘‘मेरी चिंता यह है कि अगर खिलाड़ी गेंद को नहीं चमका पाएगा और गेंद सीधी जाती है और उसका अनुमान लगाया जा सकता है तो फिर अधिक से अधिक रन बनेंगे, टेस्ट क्रिकेट में बड़े से बड़े स्कोर देखने को मिलेंगे। ’’
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टेलर ने कहा, ‘‘और यह सर्वश्रेष्ठ टेस्ट क्रिकेट नहीं है। टेस्ट क्रिकेट तब बेहतर होता है जबकि स्कोर 300 रन के आसपास हो। ’’
आईसीसी के नये नियमों के अनुसार गेंद पर लार लगाने पर खिलाड़ी को दो बार चेतावनी दी जाएगी। अगर वह फिर से ऐसा करता है तो टीम को पांच रन की पेनल्टी भुगतनी पड़ेगी।