ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान मार्क टेलर ने कहा कि भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉक्सिंग डे टेस्ट दर्शकों की अच्छी तादाद के बीच में खेला जाना चाहिए और अधिकारियों को विक्टोरिया में कोरोनोवायरस के बढ़ते मामलों के मद्देनजर एमसीजी से मैच को बाहर आयोजित कराने में कोई संकोच नहीं करना चाहिए।
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान ने कहा कि पर्थ और एडिलेड ओवल में ऑप्टस स्टेडियम जैसे स्थानों पर, जहां स्थिति नियंत्रण में है, प्रतिष्ठित टेस्ट मैच की मेजबानी के अधिकार प्राप्त करने के लिए प्रतिस्पर्धी होंगे। पिछले सप्ताह विक्टोरिया में COVID-19 मामलों में काफी तेजी से वृद्धि हुई है, जिससे संदेह पैदा होने लगा है कि क्या निकट भविष्य में राज्य के वेन्यू पर भीड़ जुट पाएगी।
टेलर ने 'चैनल 9' को बताया, "क्या यह मैच दूसरी जगह नहीं हो सकता है? बेशक, ऑस्ट्रेलिया में जो हो रहा है उसे देखते हुए क्रिसमस तक शायद एमसीजी में 10 या 20 हजार लोगों की ही मेजबानी हो पाए, जो ऑस्ट्रेलिया और भारत जैसे प्रतिष्ठित टेस्ट के लिए बहुत अच्छा नहीं होगा।"
उन्होंने कहा, "आप पर्थ में आप्टस स्टेडियम में मैच करा सकते हैं या पूरे दर्शकों के लिए एडीलेड ओवल जा सकते हैं। एडीलेड के लोगों को भारतीयों को खेलते हुए देखना पसंद है। भारत और पाकिस्तान के बीच खेले गए विश्व कप के मैच के टिकट 52 मिनट के आसपास में ही बिक गए थे।’’
पिछले महीने वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट एसोसिएशन (WACA) की प्रमुख क्रिस्टीना मैथ्यूज ने भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच टेस्ट सीरीज़ के लिए पर्थ को वेन्यू न चुनने के लिए क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया की आलोचन की थी।
टेलर का मानना है कि WACA विराट कोहली और उनकी टीम की मेजबानी पाने की पूरी कोशिश करेगा। टेलर ने कहा, "वे स्थान विशेष रूप से पर्थ क्रिकेट की बहाली के लिए कठिन प्रयास कर रहे होंगे क्योंकि यह पूरी भीड़ के साथ बेहतर लगेगा।"
ऑप्टस स्टेडियम की दर्शक क्षमता 60,000 है और एमसीजी के बाद इसको ऑस्ट्रेलिया के सबसे अच्छे क्रिकेट स्टेडियम में से एक माना जाता है। इस हफ्ते की शुरुआत में टेस्ट कप्तान कप्तान टिम पेन ने भी आशंका व्यक्त की थी कि बॉक्सिंग डे टेस्ट वास्तव में मेलबर्न से स्थानांतरित किया जा सकता है।